बुधवार, अप्रैल 17, 2024
होमधर्मVikat Sankashti Chaturthi 2023: संतान सुख और कारोबार में वृद्धि के लिए...

Vikat Sankashti Chaturthi 2023: संतान सुख और कारोबार में वृद्धि के लिए करें व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Date:

Related stories

Yazidi: क्या इराक और सीरिया में भी रहते थे प्राचीन हिंदू? जानें यजीदियों की सच्चाई

Yazidi: यजीदी धर्म प्राचीन विश्व की प्राचीनतमा धार्मिक परंपराओं...

Vikat Sankashti Chaturthi 2023: हिंदू धर्म में हर दिन हर क्षण का विशेष महत्व है। वहीं हर वर्ष वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। कहते हैं, इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा अर्चना करता है, उसे जीवन में आ रही तमाम परेशानियां खत्म हो जाती है। व्यक्ति को सभी संकट से मुक्ति मिलती है।

इस दिन सभी महिलाएं अपनी संतान और परिवार के लिए व्रत रखती हैं। कहते हैं, इस दिन भगवान गणेश की उपासना करने से और व्रत रखने से बल, विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है। भक्तों के जीवन में आ रही तमाम परेशानियों का अंत होने लगता है। बता दें, इस बार ये व्रत 9 अप्रैल को रखा जाएगा। इस व्रत की शुरुआत सूर्योदय से हो जाएगी। वहीं इसका अंत चंद्रोदय के साथ होने वाला है। बता दें, इस दिन भगवान गणेश की पूजा चंद्रोदय के बाद होती है। तो आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं, शुभ मुहूर्त और महत्व।

विकट संकष्टी चतुर्थी 2023 का शुभ मुहूर्त

हिन्दी पंचांग के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा सुबह में करने के लिए सुबह 9 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक का समय अति उत्तम है। वहीं शाम की पूजा के लिए शाम 06 बजकर 43 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 33 मिनट तक का समय बेहद शुभ है। इस समय भगवान गणेश की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है।

ये भी पढ़ें: Shani Asta: शनिदेव के अस्त होने पर भूलकर भी न करें ये गलती, भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम

जानें इस दिन का महत्व

बता दें, इस दिन सभी महिलाएं भगवान गणेश की पूजा अर्चना सच्चे मन से करती हैं। ये दिन बेहद शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से संतान सुख मिलता है। वहीं वैवाहिक जीवन में आ रही तमाम परेशानियों का अंत हो जाता है। कहते हैं, जिन लोगों के कारोबार में परेशानी आ रही है तो वो विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखें। इससे कारोबार में आ रही सभी परेशानियों का अंत हो जाता है। कहते हैं, इस दिन रात के चंद्रदेव को अर्घ्य देना चाहिए। ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे कारगर उपाय है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। DNP News Network/Website/Writer इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसे केवल सामान्य अभिरूचि में ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। किसी भी प्रकार का उपाय करने से पहले ज्योतिष से परामर्श जरूर लें।
Sriya Sri
Sriya Srihttps://www.dnpindiahindi.in/
मेरा नाम श्रीया श्री है। मैं पत्रकारिता अंतिम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे लिखना बेहद पसंद है। फिलहाल मैं डीएनपी न्यूज नेटवर्क में कंटेंट राइटर हूं। मुझे स्वास्थ्य से जुड़ी कई चीजों के बारे में पता है और इसलिए मैं हेल्थ पर आर्टिकल्स लिखती हूं। इसके अलावा मैं धर्म, लाइफस्टाइल, एस्ट्रोलॉजी और एजुकेशन के विषय में भी आर्टिकल लिखती हूं।

Latest stories