Pic Credit: Google Images
Pic Credit: Google Images
हमारा पूरा घर पंचतत्वों से मिलकर बना है।उत्तर-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम। जो जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश तत्व को दर्शाती है। इन दिशाओं के दोष को दूर करने के लिए जानते हैं सरल से उपाय।
Pic Credit: Google Images
घर के मुख्य द्वार पर सिंदूर से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। ऐसा करने से घर में आ रही नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और वास्तुदोष भी खत्म होता है। हर मंगलकवार को यह उपाय करने से मंगल ग्रह के दोष भी समाप्त होते हैं।
Pic Credit: Google Images
वास्तु शास्त्रों के अनुसार, रसोई घर के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे उचित स्थान मानी गई है। यदि रसोईघर गलत स्थान पर है तो दक्षिण-पूर्व दिशा में बल्ब लगा दें और रोज बल्ब को जलाएं। इससे सभी वास्तु दोष दूर हो जाते है।
Pic Credit: Google Images
घर में घोड़े की नाल टांगना बेहद शुभ माना जाता है। काले घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर लगाने से सुरक्षा एवं सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। घोड़े की नाल अपने आप गिरी हुई या फिर आपके सामने घोड़े के पैर से उतारी हुई होनी चाहिए।
Pic Credit: Google Images
कलश को भगवान गणेशजी का रूप माना जाता है और गणेशजी को सुखकर्ता और विघ्नहर्ता माना गया है। अगर घर में वास्तु दोष है तो घर के उत्तर-पूर्व कोने में कलश रखना अच्छा माना जाता है।
Pic Credit: Google Images
जिस घर में रोजाना पूजा पाठ और कीर्तन भजन होते है वहा मां लक्ष्मी स्वयं आकर वास करती हैं। इससे वास्तु दोष का भी निवारण होता है। आप कम से कम गायत्री मंत्र और शांति पाठ रोजाना जरूर करें।
Pic Credit: Google Images
पश्चिम की ओर मुंह करके सोने से पेट संबंधित रोग हो सकते हैं। नींद नहीं आने पर व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। आपको दक्षिण दिशा में मुख करके सोना चाहिए। इससे आपके स्वभाव में बदलाव होगा तथा अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।
Pic Credit: Google Images
घर के उत्तर-पूर्व कोने में कभी भी कचरा एकत्र न होने दें, एवं न ही इधर कोई भी भारी मशीन रखें। इससे आपके घर में वास्तुदोष लगता है। आप डस्टबिन किसी और दिशा में रख सकते है।
Pic Credit: Google Images
घर में शौचालय बनवाने के लिए सबसे उचित दिशा दक्षिण-पश्चिम मानी जाती है। अगर आपका शौचालय घर के पूर्व में है तो आप टॉयलेट सीट को इस प्रकार लगवाएं कि उस पर बैठते समय पश्चिम, दक्षिण की ओर मुंह करके बैठ सकें। इससे सकारात्मक ऊर्जा आएगी।