Numerology: अंक-शास्त्र का भारत और हिन्दू धर्म में अलग ही महत्व है। अंक-शास्त्र के आधार पर जिनका जिस मूलांक में जन्म होता है, उनका स्वाभाव उसके आधार पर होता है। अंक शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है, जिसके माध्यम से व्यक्ति के चरित्र का पता हम कर सकते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे मूलांक के बारे में जिसके अंतर्गत जन्मे व्यक्ति का स्वभाव अड़ियल, रहस्यमी और निश्छल होता है। हम बात कर रहे हैं मूलांक 8 की। तो आइए जानते हैं क्या-क्या खूबियां और खामियां होती हैं इस मूलांक वाले लोगों में:
मूलांक 8
8, 17 और 26 तारीख को जन्मे हुए लोगों का मूलांक 8 होता है। अंकशास्त्री जन्म की तिथि से ही व्यक्ति के भविष्य तथा स्वाभाव के बारे में आंकलन कर लेते हैं। बता दें, मूलांक 8 वाले जातकों के स्वामी-ग्रह शनि होते हैं, इसलिए इनपर न्याय के देवता शनि महराज की कृपा बनी रहती है। मूलांक 8 में जन्मे लोग समझदार होते हैं और अपना निर्णय स्वयं लेते हैं।
मूलांक 8 के जातकों का व्यवहार
भाग्य से ज्यादा कर्म पर भरोसा रखने वाले ये जातक बहुत समझदार, बुद्धिमान और रहस्यमी होते हैं। शांत स्वाभाव में रहने वाले मूलांक 8 के जातक अपने भविष्य के लिए बहुत गंभीर होते हैं। इनके अंदर आत्मविश्वास भरपूर रहता है। ये लोग अगर किसी काम को करने के लिए सोच लेते हैं, तो वो काम जरूर करते हैं। मूलांक 8 के जातक अक्सर तर्क के साथ ही बात करते हैं और अपना विचार प्रकट करते हैं। वैसे इनका व्यवहार थोड़ा अड़ियल होता है।
किस क्षेत्र में बनता है भविष्य
मूलांक 8 वाले जातकों के स्वामी शनि महराज होते है, जिसके कारण इन्हें सफलता मिलने में समय लगता है। दृढ़-निश्चयी, आत्मविश्वासी और वाचाल प्रवृत्ति के होते हैं ये, जिसके कारण अधिकतर लोगों का भविष्य वकालत, लीडर और न्याय के क्षेत्र में बनता है। इनलोगों को दूसरों को इन्फ्लुएंस करना भी बहुत अच्छे से आता है, किसी को भी अपनी बातों में आसानी से उलझा देते हैं। इसलिए ये लोग अपना भविष्य जमीन, व्यापार, घर खरीद-विक्री में बना सकते हैं।