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कमांडर से लेकर एडमिरल तक, 8th Pay Commission लागू होते ही नेवी अफसरों की मिनिमम सैलरी में आएगा जबरदस्त उछाल; अन्य भत्तों का भी मिलेगा फायदा

8th Pay Commission: आज इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे की 8th Pay Commission लागू होने के बाद नेवी के अफसरों की सैलरी में कितना इजाफा होगा।

8th Pay Commission
फाइल फोटो प्रतीकात्मक

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के बीच 8वें वेतन आयोग को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है, हालांकि सरकार की तरफ से इसे लेकर किसी प्रकार की उत्सुकता नहीं दिख रही है, जो कर्मचारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। 6 महीने बीतने के बाद भी अब तक कमेटी को लेकर किसी प्रकार का ऐलान नहीं किया गया है। इसी बीच हम आज इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे की 8th Pay Commission लागू होने के बाद नेवी के अफसरों की सैलरी में कितना इजाफा होगा और उन्हें कौन से अन्य भत्ते मिलेंगे।

8th Pay Commission लागू होते ही नेवी अफसरों की मिनिमम सैलरी में आएगा उछाल

बता दें कि भारतीय नौसेना में प्रवेश करने वाले अधिकारियों की शुरूआती पद मिडशिपमैन से होती है, और फिर लेफ्टिनेंट, कमांडर होते हुए नौसेना का सर्वोच पद एडमिरल का पद मिलता है। testbook वेबसाइट के मुताबिक नेवी में कमांडर पद पर कार्यरत अधिकारियों का मिनिमम पे 37 हजार से 60 हजार के आसपास होता,

वहीं 8th Pay Commission लागू होने के बाद मिनिमम सैलरी 1 लाख रूपये के पार पहुंच सकती है। यानि 30 से 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है। इसके अलावा भी कई अन्य भत्ते होते है, जो इसके साथ जुड़ते है। वहीं अगर एडमिरल की मिनिमम सैलरी की बात करें तो करीब 90 से 1 लाख रूपये के आसपास होती है, यानि 8वें वेतन आयोग लागू होने के बाग इसमे में भी 30 से 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।

HRA, DA में समेत कई भत्तों में जबरदस्त उछाल की उम्मीद

जानकारी के मुताबिक 8th Pay Commission लागू होते ही मेट्रों शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में HRA में वृद्धि की उम्मीद है। एचआरए की बात करें तो टियर-1 शहरों में सरकारी कर्मचारियों को अधिक किराया भत्ता मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा अगर डीए की बात करें तो महंगाई भत्ता मुद्रास्फीति और जीवन-यापन की लागत की भरपाई करता है। कर्मचारियों और पेंशनभोगियों दोनों के लिए इसमें संशोधन किए जाने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इससे न्यूनतम सैलरी में इस बार 19000 से लेकर 45000 की सैलरी बढ़ने की उम्मीद है। समूह बीमा, ऋण योजनाएं, बच्चों की शिक्षा भत्ता, मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति ग्रेच्युटी समेत कई लाभ मिलते है।

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