Dwarka Expressway: दिल्ली से गुड़गांव के बीच सफर आसान बनाने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे का संचालन जारी है। सबसे खास बात है कि इससे इंदिरा गांधी हवाई अड्डे की दूरी मात्र 20 मिनटों की रह गई है। मालूम हो कि दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए यात्रियों को काफी पहले निकलना पड़ता था। बड़ी संख्या में गाड़ियों की आवाजाही के बाद लोगों को जाम की समस्या से दो चार होना पड़ रहा था। वहीं अब द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरू होने से एयरपोर्ट तक की पहुंच आसान हो गई है। वहीं अब खबर सामने आ रही है कि इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की भी पहुंच जल्द आसान होने जा रही है। मालूम हो कि इस एक्सप्रेसवे के खुलने से नोएडा और दिल्ली एयरपोर्ट की दूरी भी काफी कम हो गई है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी।
Dwarka Expressway नोएडा और दिल्ली एयरपोर्ट के लिए ऐसे साबित होगा गेमचेंजर
अगर द्वारका एक्सप्रेसवे की बात करें तो यह दोनों एयरपोर्ट के लिए एक गेमचेंजर साबित होने जा रहे है। मालूम हो कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट यानि नोएडा इंटरनेशनल हवाई अड्डे के संचालन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसी बीच अब खबर सामने आ रही है कि इस एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट की दूरी कम हो जाएगी। वहीं दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा से एशिया के सबसे बड़ी एयरपोर्ट की दूरी करीब 40 किलोमीटर के आसपास की है। यही कारण है कि एयरपोर्ट के आसपास के प्रॉपर्टी के रेट में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है।
रियलटी सेक्टर में जबरदस्त तेजी की उम्मीद
द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरू होने से हवाई अड्डों के पास वाणिज्यिक और कार्यालय स्थलों की भी भारी माँग है। वहीं द्वारका कॉरिडोर और नोएडा एयरपोर्ट के आसपास ग्रेड-ए कार्यालय, खुदरा दुकानें, और वाणिज्यिक केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से एक्सप्रेसवे और विशेष रूप से शहरी विस्तार मार्ग-II पर माल ढुलाई में सुधार के कारण, अधिक रसद और भंडारण सुविधाओं का विकास शामिल होगा। यहीं कारण है कि एक्सपर्ट मान रहे है कि इससे रियलटी सेक्टर में जबरदस्त तेजी आने की उम्मीद है। वहीं इसका असर भी देखने को मिल रहा है। एक्सप्रेसवे के पास प्रॉपर्टी के दामों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि एक्सप्रेसवे नोएडा और दिल्ली एयरपोर्ट के लिए एक गेमचेंजर साबित हो रहा है।
