Equity vs Gold: बीते कुछ महीनों से सोने के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। जिसके बाद निवेशकों के मन में लगातार यह सवाल उठा रहा है कि क्या अभी गोल्ड में निवेश करना बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके अलावा कई एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि निवेश के लिए इक्विटी बेहतर विक्ल्प हो सकता है, आज हम इस लेख के माध्यम से समझेंगे कि अभी के समय और आने वाले कुछ महीनों में इक्विटी या गोल्ड कौन बेहतर रिटर्न दे सकता है।
Equity vs Gold निवेश के लिए कौन है बेहतर विकल्प
अगर आप भी गोल्ड या इक्विटी में निवेश करने की सोच रहे है, तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। शुरू से ही गोल्ड भारतीयों के लिए एक निवेशक का प्रसिद्ध ऑप्शन रहा है। वहीं अब धीरे-धीरे नई पीढ़ी इक्विटी का रूख कर रही है। अगर इक्विटी की बात करें तो पिछले एक दशक में भारतीय इक्विटी सूचकांकों ने सालाना लगभग 13% का औसत रिटर्न दिया है। चक्रवृद्धि और वृद्धि, इक्विटी को धन-निर्माण का एक मज़बूत विकल्प बनाते हैं, बशर्ते आप धैर्य रखें और मंदी के दौरान घबराकर बिकवाली न करें। वहीं सोने की कीमतों में हालिया तेजी को देखते हुए, पिछले 10 वर्षों में सोने ने औसतन लगभग 16 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न दिया है।
निवेशकों को इसमे मिला अधिकतम रिटर्न
जानकारी के मुताबिक पिछले 10 वर्षों में सोने ने औसतन लगभग 16 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न दिया है। सोने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह बाजार में उतार-चढ़ाव के समय बचाव का काम करता है। यानि अगर पिछले कुछ सालो का रिकॉर्ड देखा जाए तो गोल्ड में निवेश करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन कई एक्सपर्ट का मानना है कि गोल्ड में तेजी के बाद अचानक गिरावट आ सकती है। वहीं अगर इक्विटी की बात करें तो अगर कोई लंबे समय के लिए निवेश करना चाहता है तो वह इक्विटी में भी निवेश कर सकता है। डीएनपी यह सलाह देते है कि निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर ले ले, ताकि वित्तीय जोखिम से बचा जा सके।