Gorakhpur-Siliguri Expressway: देशभर में लगातार एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है, खासकर यूपी में लगातार एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसी बीच राज्य में एक और एक्सप्रेसवे को लेकर सुगबगाहट तेज हो गई है। बता दें कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। बता दें कि इस नए एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल की सीधी कनेक्टिविटी बिहार, पश्चिम बंगाल के साथ सिलीगुड़ी तक हो जाएगी। बता दें कि अभी गोरखपुर से सिलीगुड़ी जानें में करीब 15 से 16 घंटे का समय लगता है। लेकिन इस एक्स्प्रेसवे के बनते ही यह दूरी आधी रह जाएगी। चलिए आपको बताते है कि यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर समेत बिहार के कई जिलों के लिए कैसे गेमचेंजर साबित होगा।
Gorakhpur-Siliguri Expressway बिहार के इन जिलों से होगा कनेक्ट
अगर गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की बात करें तो यह गोरखपुर, कुशीनगर होते हुए बिहार के कई जिलों से होकर सिलीगुड़ी पहुंचेगी। अगर रूट की बात करें तो यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, कुशीनगर होते हुए बिहार के गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीहोर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज होते हुए उत्तर दिनाजपुर, दार्जिलिंग और आखिर में सिलीगुड़ी पहुंचेगी। यानि यह एक्सप्रेसवे यूपी, बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के कई जिलों को कनेक्ट करेगी। माना जा रहा है कि इससे बनने से प्रॉपर्टी के रेट तो दोगुने होंगे ही, साथ ही रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दूरी हो जाएगी आधी
बता दें कि अभी गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने में करीब 15 से 16 घंटे का समय लगता है। लेकिन गोरखुपर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह दूरी मात्र 8 घंटे की रह जाएगी। इसके अलावा एक्सप्रेसवे बनने से रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। माना जा रहा है कि कई इसके बनने से प्रॉपर्टी के दामों में भी जबरदस्त तेजी आने की उम्मीद है। यह एक ग्रीनफील्ड परियोजना होगी जिसमें इसे छह लेन में विस्तारित करने और असम में सिलीगुड़ी से गुवाहाटी तक विस्तार का प्रावधान होगा। इसका मुख्यतः उत्तरी भाग भारत-नेपाल सीमा और दक्षिणी भाग राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के साथ होगा।
