Vande Bharat Sleeper Train: देश की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। रेलवे प्रेमी बेसब्री से इस ट्रेन के चलने का इंतजार कर रहे है। बता दें कि अभी भी भारत कुछ प्रीमियम ट्रेन ही है, जैसे – राजधानी, तेजस, दुरंतो शामिल है। वहीं Vande Bharat Sleeper Train आने के बाद यह देश की सबसे लग्जरी और प्रीमियम ट्रेन बन जाएगी। हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि इस ट्रेन को काफी ज्यादा आधुनिक बनाया गया है। जिसकी रफ्तार चीते जैसी है, तो वहीं यह ट्रेन पूरी तरह से सुरक्षा उपरकणों से लैस होगी, जैसे – सीसीटीवी कैमरे, आरामदायक सीट, आग प्रतिरोधी सामग्री, ट्रेन दुर्घटना रोकने की क्षमता भी है, जो अन्य प्रीमियम ट्रेनों के मुकाबले इसे अलग बनाती है।
Vande Bharat Sleeper Train के संचालन पर आया बड़ा अपडेट
देश की सबसे चर्चित वंदे भारत स्लीपर ट्रेन जल्द पटरियों पर दौड़ने के लिए तैयार है। लंबे वक्त से रेल प्रेमी इस ट्रेन का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। जानकारी के मुताबिक ट्रेन बन के पूरी तरह से तैयार है और उम्मीद की जा रही है, कि जुलाई में इस ट्रेन को चलाया जा सकता है, हालांकि रेलवे की तरफ रूट या संचालन की तारीख को लेकर किसी प्रकार की जानकारी तो नहीं दी गई है, लेकिन इस ट्रेन को सबसे पहले दिल्ली से हावड़ा, दिल्ली से पटना या दिल्ली से मुंबई के बीच चलाया जा सकता है। सबसे खास बात है कि इस ट्रेन को लंबी दूरी के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि यात्री अपना काम करके ट्रेन पर बैठे और आराम से सुबह ताजगी के साथ अपने गंतव्य तक पहुंच सकते है।
अन्य प्रीमियम ट्रेनों के मुकाबलेे क्यों खास के वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
बता दें कि अभी भारत में तेजस, राजधानी, शताब्दी, वंदे भारत ट्रेन को प्रीमियम ट्रेनों में गिना जाता है, हालांकि इन ट्रेनों से भी ज्यादा आधुनिक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को बनाया गया है, जिसमे सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे, साथ ही सीटों को भी काफी आरामदायक बनाया गया है। इसके अलावा इसमे आधुनिक टॉयलेट, सैफ्टी गियर, एलचबी कोच, पैंट्री की सुविधा समेत कई आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। यानि यह साफ है कि इस ट्रेन में सफर करना अपने आप में एक लग्जरी फील होगा। वहीं अगर इसके किराए की बात करें तो अधिकतम 5500 और न्यूनतम 3000 रूपये तक हो सकता है। हालांकि यह एक अनुमान है, इसे लेकर रेलवे ने अभी तक किसी प्रकार की ऐलान नहीं किया है।