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क्या उपराष्ट्रपति पद के लिए BJP-RSS में बन गई सहमति? गुजरात से आया ये खास नाम सभी को चौंका देगा!

Vice President Election को लेकर गहमा-गहमी का दौर जारी है। इसी बीच गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के नाम को लेकर चर्चा तेज है। दावा किया जा रहा है कि बीजेपी-आरएसएस साझा रणनीति के साथ आचार्य देवव्रत को उम्मीदवार बना सकती है।

Vice President Election
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर गहमा-गहमी का दौर जारी है। राजनीतिक टिप्पणीकार अपने-अपने हिस्से का पक्ष रखते हुए कई संभावित उम्मीदवारों के नाम जारी कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि बीजेपी-आरएसएस के बीच वाइस प्रेसिडेंट इलेक्शन को लेकर मंथन का दौर जारी है। इसी बीच 21 अगस्त से पहले उम्मीदवार का ऐलान कर नामांकन संपन्न कराना है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या उपराष्ट्रपति पद के लिए BJP-RSS में सहमति बन गई है? Vice President Election को लेकर जारी चर्चा के बीच गुजरात से आया एक नाम सुर्खियां बटोर रहा है। ये ऐसे शख्स का नाम है जिन पर मोदी-शाह के युग वाली बीजेपी और मोहन भागवत की आरएसएस दोनों ही दाव लगा सकते हैं। गुजरात से आया ये खास नाम ऐसा है जिसे सुनकर शायद लोग चौंक जाएं। तो आइए उस नाम पर चर्चा करते हैं।

Vice President Election को लेकर जारी गहमा-गहमी के बीच गुजरात से आए इस नाम पर चर्चा तेज

चुनावी माहौल के बीच दिल्ली के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गरम है। ये लगभग तय है कि सत्तारुढ़ NDA जिसे उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित करेगा उसकी विजय सुनिश्चित है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि वाइस प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए संख्या बल एनडीए के पक्ष में है। इसी बीच गुजरात के राज्यपाल गुजरात आचार्य देवव्रत के नाम को लेकर चर्चा तेज हो गई है। सियासी टिप्पणीकार आचार्य देवव्रत तो उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित उम्मीदवार मान रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि Vice President Election के लिए बीजेपी-आरएसएस आपसी समन्वय स्थापित कर आचार्य देवव्रत को चुनावी मैदान में उतार सकती है।

दरअसल, आचार्य देवव्रत की बीजेपी के साथ आरएसएस में भी खास पैठ है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र गुरुकुल में प्रधानाचार्य रहे आचार्य देवव्रत पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात के राज्यपाल है। ऐसे में उनका सामनजस्य बीजेपी के साथ अच्छा है। वहीं गुरुकुल परंपरा से आने वाले आचार्य देवव्रत की RSS में भी अच्छी पैठ है। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी-आरएसएस सहमति के साथ उनके नाम पर मुहर लगा सकते हैं। अब अंतिम निर्णय क्या होगा इसके लिए सही समय का इंतजार करना ही एकमात्र विकल्प है।

वाइस प्रेसिडेंट इलेक्शन से पहले सियासी मंथन का दौर जारी!

राजधानी दिल्ली में सियासी मंथन का दौर जारी है। ये मंथन Vice President Election के संदर्भ में हो रही है। सत्तारुढ़ एनडीए इस बात को लेकर चर्चाओं में जुटा है कि किसे उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया जाए। वहीं विपक्ष अभी स्थिरता बनाए हुए है। विपक्ष को इंतजार है कि NDA वाइस प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान करे। इसके बाद समीकरण को ध्यान में रखते हुए विपक्ष अपना कदम बढ़ा सकता है। 21 अगस्त को नामांकन संपन्न होने के बाद 9 सितंबर को मतदान होगा और फिर उसी दिन मतगणना संपन्न होगा। अंतत: 9 सितंबर को देश का अगला उपराष्ट्रपति मिल जाएगा।

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