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BPSC Protest: Prashant Kishor का अडिग रवैया, Arif Khan की सक्रियता के बाद Khan Sir का सख्त रुख! क्या फिर उठ खड़ा होगा आंदोलन?

BPSC Protest: जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के अडिग रवैये और गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान की सक्रियता के बीच Khan Sir ने भी बीपीएससी के नोटिस पर सख्ती से जवाब दिया है। खान सर ने बीपीएससी अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नीतीश कुमार की सरकार को भी लपेटे में लिया है। पटना में चल रही इन्हीं राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण आंदोलन के फिर तेजी पड़ने से जुड़े सवाल उठ रहे हैं।

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BPSC Protest
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

BPSC Protest: पटना के सियासी गलियारों में एक सुगबुगाहट तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। मकर संक्रांति से ठीक पहले सवाल उठ रहे हैं कि क्या सुस्त पड़ा बीपीएससी प्रोटेस्ट एक बार फिर उठ खड़ा हो सकता है? ऐसा राजनीतिक गतिविधियों के आधार पर पूछा जा जा रहा है। दरअसल, प्रशांत किशोर और पप्पू यादव जैसे नेता लगातार छात्रों की मांग को लेकर अडिग हैं। इसी बीच राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की सक्रियता भी बढ़ गई है। BPSC Protest के कारण नोटिस भेजे जाने के बाद खान सर भी खफा-खफा से नजर आ रहे हैं। उन्होंने सख्त रुख के साथ जवाब दाखिल करने की बात कही है। इन सभी समीकरणों को देखते हुए सवाल उठ रहे हैं कि क्या पटना के गांधी मैदान से कानूनी कार्रवाई का हवाला देकर हटाए गए छात्र एक बार फिर हुंकार भरने की तैयारी मे हैं?

BPSC Protest को लेकर क्या बोले Khan Sir?

लोकप्रिय शिक्षक खान सर का कहना है कि “बिहार लोक सेवा आयोग ने पांच केंद्रों को नोटिस दिया है और आरोप लगाया है कि हमने उन छात्रों को उकसाया है जो विरोध कर रहे हैं। नोटिस में कहा गया है कि BPSC Protest को लेकर हमारे खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। मैं बिहार लोक सेवा आयोग को बताना चाहता हूं कि मैं माफी नहीं मांगूंगा। वे एक शिक्षक को अपराधी कह रहे हैं, पूरा देश देख रहा है में हो रहा है। हम छात्रों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। मेरा, बीपीएससी अध्यक्ष और बीपीएससी सचिव का मीडिया के सामने नार्को टेस्ट होना चाहिए।”

Khan Sir ने ये भी कहा है कि “हम BPSC द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दाखिल करेंगे। इसके साथ ही बीपीएससी को नोटिस भेजेंगे कि उन्होंने 5 लाख छात्रों को मानसिक आघात पहुंचाया है। मैं बिहार के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी मिलूंगा। मैं पहले ही उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा चुका हूं। किसी को भी छात्रों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। मैं मामले में सीबीआई जांच की मांग करता हूं। मुख्यमंत्री ने BPSC Protest के बीच कोई हस्तक्षेप नहीं किया, जिसके कारण विरोध का राजनीतिकरण हो गया। इसके लिए नीतीश कुमार की सरकार जिम्मेदार है।”

बीपीएससी अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए खान सर ने कहा है कि “बीपीएससी में कुछ लोगों को बैठाया गया है जो जानबूझकर राज्य सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। बीपीएससी अध्यक्ष को हटाया जाना चाहिए।”

Prashant Kishor का अडिग रवैया और गवर्नर Arif Khan की सक्रियता के बाद बनीं सुर्खियां!

जनसुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर BPSC Protest को लेकर पूरी तरह से अडिग हैं। उनका कहना है कि हम प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के साथ हैं। प्रशांत किशोर ने कहा है कि मेरा अनशन जारी रहेगा और मैं छात्रों की मांग को आवाज देता रहूंगा। प्रशांत किशोर के अडिग रवैये के अलावा गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान की सक्रियता भी देखी जा रही है। आरिफ मोहम्मद खान ने आज प्रदर्शनकारी छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की है। ऐसे में एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा बीपीएससी प्रोटेस्ट से जुड़े मुद्दे पर बोलने से बच रहे हैं। वहीं आरिफ मोहम्मद खान की सक्रियता लोगों को खटक रही है। इन्हीं सब समीकरण के बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या मकर संक्रांति के बाद छात्रों का आंदोलन एक बार फिर उठ खड़ा होगा।

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