Rahul Gandhi: एक ताजा लेख आज देश के विभिन्न चौक-चौराहों पर चर्चा का विषय बना है। तमाम सवाल उस लेख को लेकर उठ रहे हैं और उसके केन्द्र हैं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी। दरअसल, ‘चुनाव में चोरी का पूरा खेल समझिए’ शीर्षक के साथ राहुल गांधी का एक लेख छपा है। इसमें नेता प्रतिपक्ष तमाम आरोप का जिक्र कर महाराष्ट्र चुनाव में हुई कथित धांधली का आरोप लगा रहे हैं। चुनाव आयोग द्वारा आरोपों को खारिज करने और स्पष्टीकरण देने के बावजूद Rahul Gandhi का महाराष्ट्र को उदाहरण के रूप में पेश करना सवालों को जन्म देता है। राहुल गांधी ऐसा कर जनता के बीच क्या संदेश देना चाहते हैं? सवाल ये भी है कि क्या चुनाव आयोग को निशाने पर लेकर राहुल गांधी बिहार और बंगाल चुनाव के नतीजों से पहले ही हार मान गए हैं? आइए हम आपको इन सवालों का जवाब देने की कोशिश करते हैं।
बिहार और बंगाल चुनाव के नतीजों से पहले ही क्या हार मान गए Rahul Gandhi?
ये सवाल हम कत्तई नहीं उठा रहे हैं। इसका जिक्र सोशल मीडिया पर है। दरअसल, भारत में चुनाव आयोग की भूमिका सबने देखी है। कैसे पारदर्शिता के साथ चुनाव कराना आयोग का कर्तव्य है। ऐसे में अब राहुल गांधी द्वारा फिर एक बार महाराष्ट्र चुनाव में अनियमितता का आरोप लगाना कई सवालों को जन्म दे रहा है। जहां एक ओर इलेक्शन कमीशन की ओर से CEC कई बार Rahul Gandhi के आरोपों पर जवाब देकर सभी का खंडन कर चुके हैं, वहां बार-बार ऐसे आरोप लगाना कई सवालों को जन्म देता है।
यही वजह है कि पूछा जा रहा है कि क्या बिहार चुनाव 2025 और बंगाल चुनाव 2026 से पहले ही राहुल गांधी चुनाव आयोग को संदेह की दृष्टि से देखते हुए हार मान गए हैं? बकौल राहुल गांधी, यदि EC महाराष्ट्र में अनियमितता कर सकता है, तो बिहार और बंगाल में भी Congress की राहें मुश्किल कर सकता है। यही वजह है कि चुनाव से पहले Rahul Gandhi के खास अंदाज की चर्चा है और सवालों के अंबार खड़े हो रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने फिर उठाया महाराष्ट्र चुनाव नतीजों से जुड़ा मुद्दा
उस दौर को याद कीजिए जब महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बदलाव की बयार बहने की बात कही गई। लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष (कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी, एनसीपी-SP) ने 48 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी। इनमें 13 सीट जीतकर कांग्रेस महाराष्ट्र की सबसे बड़ी दल बनी थी। हालांकि, नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में नतीजे ठीक इससे उलट आए। विधानसभा चुनाव में NDA ने 288 में से 230+ सीटों पर जीत हासिल कर एकतरफा चुनाव जीत लिया और विपक्ष मुंह ताकता रह गया। यही वजह है कि Rahul Gandhi को महाराष्ट्र की हार आज भी चुभती है।
आज उन्होंने चुनाव आयोग की नियुक्ति करने वाले पैनल पर कब्ज़ा, वोटर लिस्ट में फर्ज़ी मतदाता जोड़ना, मतदान प्रतिशत बढ़ा चढ़ा कर दिखाना, जहां बीजेपी को जिताना था, वहां टारगेट करके फर्जी वोटिंग कराना और सबूतों को छुपाने का आरोप लगाकर फिर एक बार चुनाव आयोग और केन्द्र को निशाने पर लिया है। यही वजह हैकि कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।