Nuh Yatra: पवित्र सावन मास के प्रथम सोमवार पर हरियाणा के नूंह में अलर्ट की स्थिति है। बृजमंडल यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हो चुका है। इस बीच वर्ष 2023 में नूंह यात्रा के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आज देर रात 9 बजे तक के लिए नूंह में इंटरनेट और मैसेज सेवा बंद कर दिया गया है। स्कूलों के साथ तमाम व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर Nuh Yatra को लेकर ताले लटका दिए हैं। बृजमंडल यात्रा में शामिल होने वाले शिव भक्त पवित्र श्रावण मास के पहले सोमवार पर नूंह के नलहरेश्वर महादेव मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। हजारों पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो सके।
सावन के पहले सोमवार पर Nuh Yatra को लेकर अलर्ट!
मुस्लिम बहुल इलाके नूंह के चप्पे-चप्पे पर हरियाणा पुलिस की तैनाती की गई है। पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स से जुड़े जवान भी सड़कों पर हैं। कुल 2500 सुरक्षाकर्मियों की उपस्थिति में नूंह यात्रा को गति दी जा रही है। वर्ष 2023 में हुई हिंसा के बाद ड्रोन से एक-एक गतिविधि पर प्रशासन की नजर है। बोतल में पेट्रोल ले जाने, इंटर सेवा, मैसेज सेवा और स्कूलों को आज बंद रखा गया है। तमाम व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर भी ताला लटका है। प्रशासन Nuh Yatra की गंभीरता को बखूबी समझ रहा है। यही वजह है कि Sawan माह के पहले सोमवार पर आयोजित होने वाली बृजमंडल यात्रा को लेकर अलर्ट की स्थिति है। सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में शिव भक्त ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा में शामिल होकर नलहरेश्वर महादेव मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं। खबर लिखे जाने तक धार्मिक यात्रा शांतिपूर्ण माहौल में धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।
हिंसा के बाद बदला मेवात इलाके का समीकरण!
मालूम हो कि इससे पूर्व वर्ष 2023 में बृजमंडल यात्रा के दौरान ही भीषण हिंसा हुई थी। इस दौरान कई लोगों की जान गई। मामूली विवाद के बाद दो समुदाय आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते मेवात (नूंह) इलाके का समीकरण बदल गया। हरियाणा के इस मुस्लिम बहुल इलाके में अब पहले ही प्रशासन की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है। जो वर्ष पहले तक जो Nuh Yatra सामान्य हुआ करती थी। वो अब हाई अलर्ट के बीच हो रही है। इंटरनेट सेवा बंद होने के साथ स्कूलों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर ताला लटका है। सड़कों पर वर्दीधारी पुलिस वालों के साथ RAF के जवान भी मौजूद हैं। ये सब कुछ मेवात इलाके को बदले समीकरण को दर्शाता है जिसका प्रमुख कारण वर्ष 2023 में नूंह यात्रा के दौरान हुई हिंसा थी।