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Bharat Taxi: ओला-उबर के मनमाने रवैये पर लगेगा लगाम? कैब सर्विस के क्षेत्र में लोगों के लिए वरदान साबित होगी भारत सरकार की ये पहल

कैब सर्विस के क्षेत्र में Bharat Taxi नाम से एक सरकारी उपक्रम की शुरुआत होने वाली है जो आगामी समय में लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है। साथ ही इस उपक्रम की शुरुआत होने से निजी कैब सर्विस कंपनियों के मनमाने रवैये पर रोक लग सकती है।

Bharat Taxi
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Bharat Taxi: कैब सर्विस उपलब्ध कराने वाली निजी कंपनियों के मनमाने रवैये पर लगाम लगने वाला है। दरअसल, भारत सरकार की ओर से ‘भारत टैक्सी’ के नाम से कैब सर्विस शुरू की गई है। सरकार की ये पहल उन तमाम लोगों के लिए तोहफा के समान है जो ओला-उबर समेत अन्य निजी कैब सर्विस कंपनियों के मनमाने रवैये की भेंट चढ़ चुके हैं।

आए दिन मनमाना किराया, प्राइवेसी ब्रिच व कार की गंदगी समेत अन्य तमाम शिकायतें कैब सर्विस को लेकर सामने आती हैं। भारत टैक्सी के रूप में सरकारी उपक्रम के प्रभाव में आने के बाद इस पर पूरी तरह से लगाम लगने के आसार हैं। भारत टैक्सी प्लेटफॉर्म से पंजीकृत वाहनों की कमाई का पूरा हिस्सा कार मालिकों की जेब में जाएगा और कंपनी को कमीशन देने से निजात मिलेगी।

कैब सर्विस के क्षेत्र में लोगों के लिए वरदान साबित होगी Bharat Taxi

भारत सरकार की ओर से खास पहल शुरू की गई है जो कैब सर्विस के क्षेत्र में वरदान साबित होगी। सरकार ने भारत टैक्सी के रूप में नई कैब सर्विस शुरू की है। देश की पहली सहकारी टैक्‍सी सर्विस के रूप में विख्यात हो रही भारत टैक्सी आधिकारिक रूप से दिसंबर में सड़कों पर उतर जाएगी। पायलट प्रोजेक्‍ट में 650 ड्राइवर/गाड़ी मालिक को शामिल कर इसे नवंबर में ही दिल्ली की सड़कों पर उतारा जा सकता है।

धीरे-धीरे भारत टैक्सी कैब सर्विस का इस्तेमाल भारत के अन्य शहरों में किया जाएगा। खबरों की मानें तो भारत टैक्सी कैब सर्विस प्लेटफॉर्म एक को-ऑपरेटिव की तरह होगा जिसमें ड्राइवर या गाड़ी मालिक भी को-ऑनर होंगे। ऐसे में सरकार की पूरी निगरानी इस पर रहेगी। आसार जताए जा रहे हैं कि सरकारी निगरानी होने के कारण भारत टैक्सी लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है और उनके लिए शानदार यात्रा का माध्यम बन सकती है।

ओला-उबर के मनमाने रवैये पर लगेगा लगाम?

कैब सर्विस के क्षेत्र में ओला-उबर, रैपिडो समेत कुछ अन्य निजी कंपनियां अपना अहम योगदान दे रही हैं। हालांकि, पीक टाइम में किराये में बेतहासा वृद्धि, राइड कैंसिल करना, यात्रियों को लंबा इंतजार कराना जैसे कुछ मनमाने रवैये हैं जिनको लेकर लोग निजी कैब सर्विस कंपनियों को निशाने पर लेते हैं। ऐसे में यदि सहकारी उपक्रम भारत टैक्सी के रूप में कैब सर्विस मिलने लगेगी, तो निजी कंपनियों के कथित मनमाने रवैये पर लगाम लग सकेगा। बड़े शहरों में रहने वाले लोग अपने गूगल प्‍ले स्‍टोर या एप्‍पल स्‍टोर से ‘भारत-टैक्‍सी’ ऐप इंस्‍टॉल कर कैब सर्विस का लाभ ले सकेंगे।

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