Jammu Kashmir News: कश्मीर घाटी में आज फिर सुर्खियों का बाजार गर्म है। इसका प्रमुख कारण है केन्द्रशासित प्रदेश के प्रतिष्ठित अखबार समूह कश्मीर टाइम्स के दफ्तर पर हुई छापेमारी। दरअसल, जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने आज कश्मीर टाइम्स के ऑफिस में छापेमारी जिस दौरान हैरान करने वाली खबर आई।
खबरों की मानें तो कश्मीर टाइम्स के ऑफिस में छापेमारी के दौरान AK-47 की गोलियां, पिस्टल और ग्रेनेड का लिवर मिला है। इसके बाद सीएम उमर अब्दुल्ला की कैबिनेट में मंत्री व डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी सामने आए हैं। एनसी लीडर सुरिंदर चौधरी ने खास तर्क पेश करते हुए छापेमारी के बाद बचाव किया है। सुरिंदर चौधरी ने एसआईए की कार्रवाई के बाद कहा है कि यह पिक-एंड-चूज़ बेसिस पर नहीं होनी चाहिए।
कश्मीर टाइम्स के दफ्तर में छापेमारी के बाद सामने आए डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी
एनसी के कद्दावर नेता व केन्द्रशासित प्रदेश के डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी कश्मीर टाइम्स के दफ्तर में हुई छापेमारी के बाद सामने आए हैं।
सुरिंदर चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि “एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। अगर रेड करनी ही है, तो यह पिक-एंड-चूज बेसिस पर नहीं होनी चाहिए। अगर उन्होंने कुछ गलत किया है, तो एक्शन लिया जाना चाहिए लेकिन सिर्फ प्रेशर बनाने के लिए नहीं। प्रेस चौथा स्तंभ है और इसे पत्रकारिता करने की जगह मिलनी चाहिए।” सुरिंदर चौधरी का ये खास तर्क कश्मीर टाइम्स के बचाव के समान है।
क्या है छापेमारी से जुड़ा पूरा प्रकरण?
खबरों की मानें तो कश्मीर टाइम्स पर कुछ दिन पहले एक एक FIR दर्ज की गई थी। उसी प्रकरण को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसआईए दफ्तर पर छापेमारी कर रही है। इससे इतर एक तार दिल्ली धमाके से भी जोड़े जा रहे हैं। दरअसल, लाल किला के निकट 10 नवंबर को हुए धमाके के बाद घाटी के कई हिस्सों में छापेमारी हुई है।
घाटी में चल रही छापेमारी का केन्द्र फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी है जहां पढ़ने वाले मुजम्मिल, शाहीन, उमर और आदिल पर दिल्ली धमाके की साजिश रचने का आरोप है। यही वजह है कि कश्मीर टाइम्स के दफ्तर पर हुई छापेमारी से जुड़ी खबर ने सभी का ध्यान आकर्षित किया और इसको लेकर खूब सुर्खियां बनीं। फिलहाल स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी बारीकी से एक-एक पहलुओं की जांच कर मामले को रफ्तार दे रहा है।
