बीएसपी के दिग्गज नेता जितेंद्र सिंह बबलू ने बीते दिन पहले बीजेपी ज्वाइन की थी लेकिन अब पार्टी ने उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बता दें कि जितेंद्र सिंह बबलू के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी की रीता बहुगुणा ने आपत्ति जताई थी। बीजेपी के अंदरखाने लगातार विरोध के स्वर तेज हो रहे थे जिसके चलते बीजेपी ने जितेंद्र सिंह बबलू को पार्टी से निकाल दिया है। दरअसल रीता बहुगुणा और जितेंद्र सिंह बबलू का विवाद काफी पुराना है। जितेंद्र सिंह बबलू पर रीता बहुगुणा के घर को जलाने का आरोप है। तब बबलू बीएसपी सरकार के कद्दावर नेता थे।
कौन हैं जितेंद्र सिंह बबलू
मायावती सरकार में बीएसपी के दबंग विधायकों में से एक थे जितेंद्र सिंह बबलू जिन पर दर्जन दर्ज हो चुके हैं। जानकारी के मुताबिक मायावती सरकार के दौरान लखनऊ से लेकर अयोध्या तक उनकी तूती सरकार में बोलती थी। इतना ही नहीं उनके रौब के चलते उनके भाई को मायावती ने एमएलसी बनवा दिया था। बता दें कि बबलू सिंह उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होने उस वक्त की कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा का घर जला दिया था। इस घटना के बाद बबलू और उनके साथियों पर केस दर्ज हुआ। मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हे जेल जाना पड़ा। रीता बहुगुण और जितेंद्र सिंह बबलू का यही विवाद था जिसके बाद उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है
बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने 4 अगस्त को जितेंद्र सिंह को पार्टी ज्वाइन करायी थी। बताया जा रहा है कि बबलू को पिछले साल से लगातार पार्टी में शामिल होने की कोशिश बीजेपी का एक खेमा लगातार कर रहा था। वहीं रीता बहुगुण ने बबलू के शामिल होने के तुरंत बाद आपत्ति जताई थी। लेकिन पार्टी को विरोध के बाद अपना फैसला वापिस लेना पड़ा था। रीता बहुगुणा अब बीजेपी में हैं। योगी सरकार में मंत्री भी रहीं है। गौरतलब है प्रयागराज से पार्टी की लोकसभा सांसद रीता बहुगुणा हैं