Nagpur Violence: आरएसएस का गढ़ माने जाने वाले नागपुर में हिंसा क्या भड़की कि फडणवीस सरकार कटघरे में आ गई है। शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे, कांग्रेस नेता नाना पटोले समेत अन्य कई राजनीतिक चेहरे फडणवीस सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। नागपुर वॉयलेंस को कभी इंटेलिजेंस फेल्योर बताया जा रहा है, तो कभी विपक्षा कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाकर सीएम Devendra Fadnavis को कटघरे में खड़ा कर रहा है। वहीं सीएम फडणवीस Nagpur Violence को लेकर बड़ा दावा कर रहे हैं। ऐसे में RSS-BJP के गढ़ नागपुर में हुई हिंसा ने महाराष्ट्र में सियासी ज्वाला को कैसा धधका दिया है उसके बारे में हम चर्चा करेंगे।
Nagpur Violence के बाद धधक उठी सियासी ज्वाला!
आदित्य ठाकरे ने शिवसेना यूबीटी का पक्ष रखते हुए कहा कि “WATCH | मुंबई: नागपुर हिंसा पर शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “यह घटना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के गृहनगर में हुई है। दुख की बात है कि जब भाजपा शासन नहीं कर पाती है, तो वे हिंसा, दंगों का सहारा लेते हैं और हर राज्य में उनका तय फॉर्मूला है। अगर आप मणिपुर को देखें, तो वे महाराष्ट्र को भी यही बनाना चाहते हैं। वे 300-400 साल पहले जीने वाले किसी व्यक्ति का इतिहास खोदने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे भविष्य के बारे में नहीं बोल सकते। वे वर्तमान के बारे में नहीं बोल सकते। विडंबना यह है कि कब्र की रक्षा केंद्र सरकार करती है।”
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने Nagpur Violence पर अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि “मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, न ही मैं गृह मंत्री हूं, मुख्यमंत्री से पूछिए कि हिंसा के पीछे कौन है। क्योंकि वहां आरएसएस का मुख्यालय है। यहां डबल इंजन की सरकार है, अगर डबल इंजन की सरकार विफल हो गई है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। आप चाहें तो औरंगजेब की कब्र हटा सकते हैं, लेकिन उस दौरान चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को बुलाएं।”
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी Nagpur Violence को लेकर फडणवीस सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि “अगर राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री इस घटना को पूर्व नियोजित कहते हैं, तो यह स्पष्ट है कि यह सरकार और पुलिस की विफलता है। सीएम देवेंद्र फडणवी खुद नागपुर से हैं, अगर यह घटना वहां हो रही है, तो यह सरकार की विफलता है। वे छत्रपति शिवाजी महाराज को नहीं मानते हैं, उनका एकमात्र उद्देश्य महाराष्ट्र को नष्ट करना है। नागपुर की घटना में सरकार शामिल थी।”
नागपुर वॉयलेंस को लेकर सीएम Devendra Fadnavis का पक्ष
सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने आज महाराष्ट्र विधानसभा में नागपुर वॉयलेंस पर अपना पक्ष रखते हुए तल्ख भाव में स्थिति को स्पष्ट किया है। उनका कहना है कि “नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। अफवाह फैलाई गई कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जलाई गईं…। यह एक सुनियोजित हमला लगता है। किसी को भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।” सीएम फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि सरकार Nagpur Violence से जुड़े सभी पहलुओं को बारीकी से जांच-परख रही है। हिंसा में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। BJP के अन्य तमाम नेता भी नियम-कानून का जिक्र कर आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।