Namo Bharat Train: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के बाद अब विभाग दिल्ली अलवर रूट पर चलाने की तैयारी कर रहा है। जिससे दिल्ली से राजस्थान की कनेक्टिविटी तो बढ़ेगी ही, साथ ही सफर चंंद मिनटों का ही रह जाएगा। इसके अलावा इस रूट से हरियाणा के कई शहरों को जबरदस्त फायदा पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा बिजनेस और रोजगार के लिहाज से भी ये रूट एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। जिससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा। इसके अलावा दिल्ली से अलवर प्रतिदिन आने जाने वाले लोगों की बल्ले-बल्ले हो जाएगी और वह कम दामों ही अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
मात्र इतने मिनट में Namo Bharat Train से पहुंच सकेंगे अलवर
नमो भारत रैपिड रेल (आरआरटीएस) परियोजना के तहत बनने वाला कॉरिडोर 37 हजार करोड़ की लागत से तैयार होगा। अगर टाइमिंग की बात करें तो नमो भारत ट्रेन से दिल्ली से मात्र 117 मिनट यानि करीब 2 घंटे के अलवर तक पुहुंच हो जाएगी। वहीं अभी अलवर जाने में करीब 4 से 5 घंटे का समय लगता है। लेकिन इस कॉरिडोर के बनने से दूरी केवल 2 घंटे की रह जाएगी। वहीं इस ट्रेन में सभी डिब्बे एयर-कंडीशन्ड, आरामदायक सीटें, USB चार्जिंग पॉर्ट्स, Wi-Fi, CCTV, और सुरक्षा सिस्टम, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए आरक्षित सुविधाएँ मिलेंगी।
इतने किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन
अगर स्पीड की बात करें तो यह नमो भारत ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौडेगी। इसके अलावा यह ट्रेन दिल्ली के सराय कालेखां से मानेसर, रेवाड़ी और अलवर को जोड़ने वाले इस नमो भारत रैपिड रेल का परियोजना निर्माण केन्द्र, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली सरकारों की संयुक्त कंपनी नेशनल कैपिटल रिजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन कर रहा है। माना जा रहा है कि 2027 तक इस परियोजना की शुरूआत हो सकती है। इस रूट पर नमो भारत ट्रेन चलने से रोजगार में भी जबरदस्त बढ़ोतरी आने की उम्मीद है। साथ ही लोगों को बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंचेगा।
