कोरोना महामारी को देखते हुए कावड़ यात्रा पर संशय बरकरार है और अब इस पर बयानबाजी भी तेज हो गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कावड़ यात्रा पर विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा है कि कावड़ यात्रा में 10 से 15 साल के बच्चों को गांजा और शराब पीने की ट्रेनिंग दिलाई जाती है। बीजेपी को शिक्षा रोजगार महंगाई से मतलब नहीं है। इसीलिए इन सभी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी कावड़ यात्रा इसकी चलाती है।
ओमप्रकाश राजभर ने कावड़ यात्रा को गांजा शराब पिलाने की यात्रा बताएं और कहां यह काम योगी जी करते हैं। कावड़ यात्रा होगी शराब के ठेके खुले रहेंगे, भाजपा के दफ्तर और इनके काम चलेंगे, लेकिन शिक्षण संस्थान बंद है। राजभर ने कहा कि गरीब बच्चों को शिक्षा से दूर करने के लिए बीजेपी कावड़ यात्रा चलाती है।
कांवड़ यात्रा से कोई इंजीनियर, दरोगा, आईएएस, पीसीएस नहीं बन सकता। कांवड़ यात्रा पर पुष्प वर्षा करने की जगह वो पैसा शिक्षा पर खर्च करना चाहिए।
उन्होंने कुम्भ को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि पिछली सरकार ने कुम्भ पर 900 करोड़ खर्च किया, इन्होंने 4600 करोड़. अगर 900 से बढ़ाकर 1500-2000 करोड़ खर्च कर देते तो बाकी 2600 करोड़ शिक्षा पर खर्च करते, लेकिन इनकी ऐसी मंशा नहीं।
यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा पर अपना रुख साफ कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का संज्ञान लेना अलग विषय है। उनके निर्णय, गाइड लाइन का अनुपालन किया जाएगा। सरकार ने हर साल जैसे यात्रा होती है उसे देखते हुए फैसला लिया है। इसमे शामिल होने वालों की RTPCR या एंटीजन जांच होगी।उस रुट के सभी पीएचसी और अन्य सेन्टर को तैयार रखेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ये आस्था का प्रश्न है, अपनी तरफ से यात्रा नही रोकेंगे।