BSF Constable Purnam Kumar Shaw: तबाही का मंजर झेल रहा पाकिस्तान एक बार फिर भारत के सामने घुटने टेक रहा है। भारत सरकार की दखल और BSF की लगातार तत्परता के बाद जांबाज सैनिक पूर्णम कुमार शॉ को पाक रेंजर्स की कैद से छूड़ा लिया गया है। ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही 23 अप्रैल को ऑपरेशनल ड्यूटी के दौरान बीएसएफ कॉन्सटेबल पूर्णम कुमार शॉ गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे। इसके बाद पाक रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में लिया था और आज 14 मई को सैनिक को छोड़ दिया गया है। विंग कमांडर अभिनंदन के बाद BSF Constable Purnam Kumar Shaw का सकुशल भारत लौटना देश की मजबूत साख को दर्शाता है। इसके साथ ही पाकिस्तान का ये फैसला भारतीय सेना की सफल रणनीतियों को भी दर्शाता है जिसके लिए वार्ता और बैठकों का दौर लगातार जारी था।
पाकिस्तान ने BSF Constable Purnam Kumar Shaw को सकुशल लौटाया!
वार्ता का दौर लगातार जारी था। इसमें भारतीय सेना के साथ DGMO स्तर के अधिकारी भी लगातार सक्रिय थे, ताकि बीएसएफ कॉन्सटेबल पूर्णम शॉ को पाक रेंजर्स की कैद से छुड़ाया जा सके। ये तमाम वार्ता और बैठक सफल साबित हुई और अंतत: पाकिस्तान से हमारे जांबाज सैनिक को वापस लौटा दिया है। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के मध्य तकरार का दौर बढ़ गया था। यही वजह है कि 7 मई को हुई भारतीय सैन्य कार्रवाई के बाद BSF Constable Purnam Kumar Shaw की देशवापसी में मुश्किलें आ रही थीं। हालांकि, अब अंतत: भारतीय सेना की रणनीति कारगर साबित हो गई है और दुश्मनों ने एक बार फिर भारत के सामने घुटने टेकते हुए हमारे जांबाज जवान को वापस लौटा दिया है।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान सीमा में प्रवेश कर गए थे बीएसएफ कॉन्सटेबल पूर्णम कुमार शॉ
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद 23 अप्रैल को पूर्णम कुमार शॉ पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे। पाकिस्तानी रेंजर्स ने 23 अप्रैल को ही BSF Constable Purnan Kumar Shaw को हिरासत में लिया था। इसके बाद लगातार बैठकों का दौर चला और अंतत: आज 14 मई को BSF जवान दुश्मनों की कैद से छूटकर भारत लौट आए हैं।