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PM Modi ने नवरात्र शुरू होने से पहले जीएसटी सुधारों को बताया बचत उत्सव, ‘मेड इन इंडिया’ और ‘स्वदेशी मंत्र’ के महत्व पर दिया जोर; जानें इसके मायने

PM Modi: नवरात्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने नई जीएसटी दरों पर खुलकर बात की। साथ ही जीएसटी में सुधारों को बचत उत्सव बताया। पीएम मोदी ने 'मेड इन इंडिया' और 'स्वदेशी मंत्र' पर जोर दिया।

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Photo Credit: Narendra Modi X Account, PM Modi

PM Modi: सोमवार से देशभर में नवरात्र की धूम शुरू हो जाएगी। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शाम को देश के लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में नई जीएसटी दरों को लेकर विस्तार से बात की। साथ ही जीएसटी में किए गए बदलावों को बचत का उत्सव बताया। पीएम मोदी ने कहा, ‘कल से जीएसटी का बचत उत्सव शुरू हो रहा है। इससे सबका मुंह मीठा होगा। ये बचत भारत की ग्रोथ को बढ़ाएगा।’

PM Modi बोले- ‘नवरात्र से पहले लोगों के घरों की खुशियां बढ़ेंगी’

नवरात्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा, ‘लोग पहले टैक्स के जंजाल में फंसे हुए थे, नवरात्र से पहले लोगों के घरों की खुशियां बढ़ेंगी। हमने सभी राज्यों से बात की। सभी राज्यों की परेशानियों को सुना और उनकी सभी शंकाओं को दूर किया। सभी को साथ लाकर ही हम जीएसटी में सुधार कर पाए हैं। यह केंद्र और राज्यों का संयुक्त प्रयास है कि जीएसटी रिफॉर्म आ पाया।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘कल से नए जीएसटी रिफॉर्म्स की वजह से रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी। ऐसी चीजें या तो टैक्स फ्री होंगी या फिर इन पर 5 फीसदी ही टैक्स देना होगा। जीएसटी सुधार का यह फैसला भारत को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जीएसटी सुधार से देश के सभी वर्गों को फायदा होने जा रहा है।’

‘हमें स्वदेशी के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा’- पीएम मोदी

जीएसटी सुधारों पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण में आगे कहा, ‘पहले के टैक्स सिस्टम में तरह तरह के टैक्स लगते थे, उससे देश के आम नागरिक का नुकसान होता था। हमने जनहित में देशहित में जीएसटी को अमल में लाए। अब देश दर्जनों टैक्स के जाल से मुक्त हो गया है। अब वन नेशन वन टैक्स आ गया है।’

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा, ‘हमें विदेशी चीजों से मुक्ति पानी होगी। हमें वही सामान खरीदना चाहिए, जो मेड इन इंडिया हो। हमें स्वदेशी के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा। हमें गर्व से कहना होगा की हम स्वदेशी ही खरीदेंगे। तभी हमारा देश तेजी से आगे बढ़ेगा और हमारा आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा। भारत का हर राज्य विकसित होगा और भारत विकसित होगा।’

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