Anurag Dhanda: पंजाब से लेकर हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड तक आप नेता अनुराग ढ़ांडा के नाम की चर्चा होती है। इसकी प्रमुख वजह है आप नेता की बेबाक शैली। बात चाहें किसानों के हित से जुड़ी हो, या युवाओं का मुद्दा हो। अनुराग ढ़ांडा सदैव जरूरतमंदों के हक की आवाज उठाने वालों की पंक्ति में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। आसान शब्दों में कहें तो मुद्दों की राजनीति करना ही आप नेता की पहचान है। अनुराग ढ़ांडा राज्यों की सीमा पार कर किसान, महिला, युवा व अन्य जरूरतमंदों के हक की आवाज उठाते हैं। बीते दिनों ही इसका एक सटीक उदाहरण देखने को मिला था जब आप नेता ने हरियाणा में लाडो लक्ष्मी योजना से वंचित महिलाओं के लिए आवाज उठाई थी।
मुद्दों की राजनीति आप नेता Anurag Dhanda की पहचान!
बात चाहें गुजरात की हो, या पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली की। अनुराग ढ़ांडा सदैव मुद्दे की राजनीति करते नजर आते हैं। वो बढ़-चढ़कर किसानों से जुड़े मामलों का जिक्र करते हैं। बीते दिनों ही आप नेता ने गुजरात में किसानों के साथ कथित रूप से हुए अन्याय का जिक्र कर सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। इससे इतर अनुराग ढ़ांडा ने हरियाणा में बाढ़ प्रभावित किसानों को मुआवजा न मिलने पर भी राज्य सरकार को निशाने पर लिया था। अनुराग ढ़ांडा लाडो लक्ष्मी योजना से वंचित महिलाओं के हक की वकालत करते हुए भी मुखर नजर आए थे। ये तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाज का एक खास वर्ग प्रभावित होता है। यही वजह है कि आप नेता की पहचान मुद्दों की राजनीति करने वालों में होती है।
दिल्ली प्रदूषण पर भी मुखर रहे थे आप नेता
राजधानी में प्रदूषण से जुड़े मसले पर भी अनुराग ढ़ांडा मुखर रहे थे। आप नेता ने मुखरता के साथ दिल्लीवासियों के हक में आवाज उठाने का काम किया था। सरकार को कटघरे में खड़ा कर अनुराग ढ़ांडा ने पूछा था कि अब तक प्रदूषण से लड़ने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा आप नेता ने कुछ सुझाव भी दिए थे जिस पर अमल कर प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता था। कुलजमा बात ये है कि आप नेता अनुराग ढ़ांडा उन तमाम मुद्दों को मुखरता के साथ उठाते हैं जिनसे लोग प्रभावित होते हैं। यही वजह है कि उनकी पहचान मुद्दों की राजनीति करने वाले नेताओं में होती है।
