RBI Monetary Policy: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा कर दी है। आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है। बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति की बैठक 6 फरवरी को शुरू हुई। आज यानी 8 फरवरी को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा की है। लगातार छठी बार रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया गया है। आरबीआई के फैसले के बाद एक बार फिर ब्याज दर 6.5 फीसदी पर बरकरार है।
RBI Monetary Policy: रेपो रेट क्या है?
जिस तरह आप अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक से लोन लेते है और उसे एक तय ब्याज के साथ चुकाते है। उसी तरह पब्लिक और कमर्शियस बैंकों को भी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में RBI की ओर से जिस ब्याज दर पर बैंको को लोन दिया जाता है। उसे रेपो रेट कहते है। रेपो रेट कम होने पर आम आदमी को राहत मिल जाती है। और रेपो रेट बढ़ जाने पर आम आदमी की परेशानी बढ़ जाती है।
RBI Monetary Policy: आम आदमी पर कितना पड़ेगा असर?
आरबीआई ने रेपो रेट 6.50 पर बरकार रखा है। हालांकि इस बार लोगों को उम्मीद थी कि रिजर्व बैंक रेपो रेट में कटौती कर सस्ते कर्ज का तोहफा देगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सस्ते लोन के लिए आपको अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इसका मलतब यह है कि बैंकों से मिलने वाले कर्ज और बचत योजनाओं पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट पर कोई बदलाव नही होगा।
RBI Monetary Policy: क्या कहा RBI गवर्नर ने?
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य से मिलेजुले संकेत ही मिल रहे हैं। महंगाई भी कम होती दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस बार की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा हुई है और समिति ने फैसला किया है कि रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा जाए। छह में से पांच सदस्यों ने इस पक्ष में फैसला दिया है।
वित्तीय वर्ष 2024 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान
आरबीआई गवर्नर के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024 में रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी रहेगा। इससे पहले एक्सपर्ट्स ने अनुमान जताया था कि रिजर्व बैंक मॉनेटरी पॉलिसी में पॉलिसी रेट में शायद ही कोई बदलाव करे, क्योंकि खुदरा महंगाई अब भी संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब है।
महंगाई दर पर क्या बोले आरबीआई गवर्नर?
महंगाई को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति खाघ पदार्थों की कीमतों पर नजर बनाएं हुए है। महंगाई में मंदी है, इसे देखते हुए एमपीसी की बैठक में महंगाई दर का लक्ष्य 4 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। वहीं FY24 के लिए महंगाई दर 5.4% पर रहने का अनुमान है। FY25 के लिए महंगाई दर 4.5% रहने का अनुमान है। Q1FY25 में सीपीआई के 5% पर रहने का अनुमान है। Q2FY25 में सीपीआई के 4 फीसदी पर बरकरार रहने के अनुमान हैं। Q3FY25 में महंगाई दर अनुमान 4.7 फीसदी से घटकर 4.6 फीसदी पर किया गया है। Q4FY25 में महंगाई दर 4.7 फीसदी पर रह सकती है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।