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राहुल गांधी को करारा झटका देकर मोदी सरकार के बचाव में उतरे कांग्रेस नेता Salman Khurshid! Ind-Pak वॉर के बीच अमेरिकी दखल को नकारा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Salman Khurshid ने विपक्ष को तमाम दावों को धराशाई करते हुए भारत-पाकिस्तान वॉर के बीच किसी भी दूसरे देश की दखल को सिरे से खारिज किया है। सलमान खुर्शीद ने पार्टी लाइन से हटकर बयान देते हुए कहा है कि किसी भी देश का किसी किस्म का कोई हस्तक्षेप कहीं नहीं था।

Salman Khurshid
Picture Credit: गूगल (राहुल गांधी & सलमान खुर्शीद - सांकेतिक तस्वीर)

Salman Khurshid: कांग्रेस की ताबूत में अंतिम कील ठोंकने का काम वरिष्ठ नेता व अधिवक्ता सलमान खुर्शीद ने कर दिया है। पूर्व विदेश मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए भारत-पाकिस्तान के बीच छिड़े जंग के दौर में अमेरिकी दखल को सिरे से खारिज किया है। राहुल गांधी जिस अमेरिका और प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर ऐलान की रट लगाए हुए हैं। सलमान खुर्शीद ने तार्किक बयान देकर उनके सभी दावों को फुस कर दिया है। अमेरिकी हस्तक्षेप को नकारते हुए Salman Khurshid ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान डीजीएमओ की ओर से सीजफायर को लेकर पहल हुई। अन्य किसी का भी किसी किस्म से कोई हस्तक्षेप नहीं था। UPA सरकार में विदेश मंत्री रहे सलमान खुर्शीद की ये बातें कांग्रेस आलाकमान के लिए करारा झटका के समान हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप का जिक्र कर मोदी सरकार को घेर रही है।

पूर्व विदेश मंत्री Salman Khurshid ने अमेरिकी दखल को सिरे से किया खारिज

विपक्ष डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर ऐलान और भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का जिक्र कर सरकार को निशाने पर ले रहा है। इसी बीच वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने बड़ी बात कह दी है, जो पार्टी नेतृत्व के लिए झटका के समान है।

वरिष्ठ नेता Salman Khurshid ने अमेरिकी दखल को नकारते हुए कहा है कि “किसी किस्म का हस्तक्षेप कहीं नहीं था। कहीं मध्यस्थता नहीं थी, लेकिन जब विश्व में ऐसी चीज होती है, तो अलग-अलग लोग प्रयास करते हैं कि कुछ संदेश दें, कुछ कहें, कुछ पहुचाएं। लेकिन जो कुछ हुआ है दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) के बीच हुआ है। जब स्प्लिट हुआ था मामला तब हमारे बीच का था, जब समाप्त हुआ तब भी हमारे बीच ही समाप्त हुआ। पाकिस्तान डीजीएमओ की ओर से पहल हुई। उन्होंने ये कहा कि इसको हम समाप्त करें। हमने कहा आप समाप्त करने को तैयार हैं तो कर लीजिए। बातचीत यहीं समाप्त हो गई।”

एक ओर जहां लोकसभा से लेकर राज्यसभा तक राहुल गांधी समेत विपक्ष के तमाम नेता प्रेसिडेंट ट्रंप के सीजफायर ऐलान का जिक्र कर सरकार को घेर रहे है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष के वरिष्ठ नेता का किसी हस्तक्षेप से इंकार करना, सरकार के बचाव में उतरने और अपनी पार्टी को झटका देने जैसा है।

डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा विपक्ष

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति कई दफा भरे मंच से भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता कर सीजफायर कराने का क्रेडिट ले चुके हैं। प्रेसिडेंट ट्रंप के बयान से और कुछ हो या ना हो, लेकिन विपक्ष को मुद्दा जरूर मिल जाता है। कांग्रेस, सपा, राजद, डीएमके, टीएमसी समेत तमाम विपक्षी दल डोनाल्ड ट्रंप के बयान को आधार बनाकर मोदी सरकार को निशाने पर लेने का काम करते हैं। राहुल गांधी खुद सदन में पीएम मोदी को बोल चुके हैं कि वो ट्रंप को झूठा बोल के दिखाएं। इससे इतर भी विपक्ष कई मौकों पर मोदी सरकार को अमेरिकी राष्ट्रपति के हस्तक्षेप वाले दावे को लेकर घेरता है। हालांकि, अब विपक्ष के ही कद्दावर नेता Salman Khurshid ने किसी भी प्रकार की अमेरिकी दखल को सिरे से खारिज करते हुए अपने ही साथियों को झटका दिया और लगभग सरकार के बचाव में उतर गए हैं।

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