Satara Doctor Suicide: महाराष्ट्र के सतारा में कथित रूप में महिला डॉक्टर सुसाइड का मामला अब हाई प्रोफाइल होता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस की दखल के बाद सतारा एसपी तुषार जोशी से वार्ता कर आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडने को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।
इस हाई प्रोफाइल केस में अब एक सांसद और उनके दो पर्सनल असिस्टेंट का नाम भी उछल रहा है। आरोप है कि मृतक महिला चिकित्सिका पर आरोपियों के फेक फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला जा रहा था। कथित तौर पर एक सांसद और उनके दो पर्सनल असिस्टेंट ने भी इस मामले में डॉक्टर को परेशान किया। इस पूरे घटनाक्रम ने मामले को हाई प्रोफाइल बना दिया है और सबका ध्यान आकर्षित किया है।
मुख्यमंत्री की दखल के बाद Satara Doctor Suicide केस में एसपी का एक्शन!
मामले को तुल पकड़ता देख मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सतारा एसपी तुषार जोशी से टेलिफोनिक वार्ता की। इसके बाद सीएम ने उस आरोपी पुलिस कर्मी को सस्पेंड करने का निर्देश दिया जिसका नाम सुसाइड नोट में दर्ज है। इसके बाद आनन-फानन में आरोपी सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडने को सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब है कि सब-इंस्पेक्टर पर 28 वर्षीय महिला चिकित्सक के साथ यौन-शोषण करने का आरोप है। मृतिक चिकित्सिका फलटण तहसील के एक सरकारी अस्पताल में काम करती थी।
चिकित्सिका का शव शुक्रवार की देर रात फलटण में स्थित एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला जिसके बाद सनसनी मच गई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द से जल्द सच्चाई का पता लगाकर दूध का दूध और पानी का पानी किया जाएग।
सतारा डॉक्टर सुसाइड केस में क्यों उछल रहा सांसद का नाम?
ये पूरा माजरा उस सुसाइड नोट से सामने आया जिसमें कथित रूप से मृतिका की आपबीती का जिक्र है। फलटण के एक होटल के मरे में फंदे से लटकी मिली महिला डॉक्टर ने अपनी हथेली पर सुसाइड नोट लिखा है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक महिला डॉक्टर ने आरोपी सब-इंस्पेक्टर पर चार बार रेप करने का आरोप लगाया है। इससे इतर एक 4 पेज का सुसाइड नोट मिला है जिसमें एक सांसद का नाम भी है।
महिला डॉक्टर द्वारा कथित रूप से लिखे गए सुसाइड नोट की मानें तो उस पर पुलिस केस में आरोपियों के फेक फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला जा रहा था। इसमें पुलिस अधिकारियों के साथ एक एक सांसद और उनके दो पर्सनल असिस्टेंट भी थे। यही वजह है कि सतारा सुसाइड केस में सांसद का नाम उछल गया है। इस प्रकरण ने मामले को और हाई प्रोफाइल बना दिया है जिसकी जांच अब पुलिस कर रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस की जांच रिपोर्ट में क्या सामने आता है।
