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Lucknow News: लखनऊ बनेगा भारत का पहला AI शहर, शिक्षा से लेकर तकनीक तक, जानें राज्य के लिए कैसे साबित होगा गेमचेंजर

Lucknow News: उत्तर प्रदेश को एआई विकास के लिए 10,732 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, वहीं लखनऊ भारत का पहला AI शहर बनने जा रहा है।

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फाइल फोटो प्रतीकात्मक

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगातार विकास कार्य तेजी से किया जा रहा है, बड़े-बड़े इमारतों का निर्माण हो रहा है। जिससे पीछले कुछ सालों में लखनऊ का हुलिय पूरी तरह से बदल गया है। वहीं अब खबर सामने आ रही है कि लखनऊ भारत का पहला AI शहर बनेगा, जिससे शिक्षा से लेकर तकनीक तक हर क्षेत्रमें जबरदस्त विकास देखने को मिलेगा। इसके साथ ट्रैफिक व्यवस्था भी एआई से दुरस्त किया जाएगा। वहीं उत्तर प्रदेश को एआई विकास के लिए 10,732 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जिसका लक्ष्य व्यापक प्रशिक्षण और तकनीकी पहल के साथ लखनऊ को भारत का पहला एआई शहर बनाना है।

लखनऊ बनेगा भारत का पहला AI शहर – Lucknow News

बता दें कि लखनऊ में 10732 करोड़ रूपये के निवेश से बनाए जा रहे नए वाले एआई सिटी में 10 हजार ग्राफिक्स प्रॉसेसिंग यूनिट (जीपीयू), मल्टी लैंग्वेज मॉडल व एआई इनोवेशन सेंटर बनेगा। राज्य सरकार के अनुसार, यह निवेश देश में किसी भी अन्य प्रौद्योगिकी अवसंरचना की तुलना में 67% अधिक है। जो दर्शाता है कि सरकार नई तकनीक को कितना तेजी से विकास करने में लगी है। बता दें कि आज भारत समेत लगभग पूरी दुनिया में एआई का इस्तेमाल शुरू हो चुका है, जो इसकी वैल्यू को बताता है। माना जा रहा है कि लखनऊ AI शहर के रूप में होने के बाद बड़ी संख्या में यहां पर कंपनियों का निवेश होगा, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था तो बढ़ेगी ही, साथ ही यूपी की अर्थव्यवस्था में भारी उछाल की उम्मीद है।

शिक्षा से लेकर तकनीक तक AI बनेगा गेमचेंजर

धीरे-धीरे हर क्षेत्र में AI का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है, जिसके बाद सरकार ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ को AI शहर बनाने पर विचार किया जा रहा है। सबसे खास बात है वाराणसी में एआई-सक्षम स्मार्ट यातायात प्रणाली लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। गौरतलब है कि पर्यटन के लिहाज से एआई कुछ सालों में काफी महत्वपूर्ण स्थल बन गया है। इसके साथ ही 10 लाख किसानों को स्मार्ट सिंचाई, ड्रोन मैपिंग, कीट पहचान और डिजिटल बाज़ार पहुँच जैसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित तकनीकों से जोड़ा जा रहा है। इस पहल में 10000 महिला स्वयं सहायता समूह भी सक्रिय भागीदार के रूप में शामिल हैं। जो दर्शाता है कि कैसे आने वाले समय में एआई गेमचेंजर साबित हो सकता है (Lucknow News)।

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