Atul Pradhan: गर्दन से पैर तक बेड़ियों की मजबूत जकड़ में नजर आ रहा ये शख्स कोई आम व्यक्ति नहीं, बल्कि एक जनप्रतिनिधि है। दरअसल, यूपी विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत के साथ ही सपा ने विरोध की मंशा जता दी थी। इसी कड़ी में सपा विधायक अतुल प्रधान ने प्रकीकात्मक विरोध का अंदाज दर्शाते हुए खुद को मजबूत जंजीर की जकड़ में डाल दिया। Atul Pradhan ने अमेरिका से भारत निर्वासित किए गए प्रवासियों का मुद्दा उठाते हुए केन्द्र पर भी निशाना साधा है। UP Budget Session के दौरान सपा विधायक अतुल प्रधान का ये अंदाज अब सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक में सुर्खियों का विषय बना है।
जंजीर की मजबूत जकड़ में UP Budget Session का हिस्सा बनने पहुंचे Atul Pradhan
सपा विधायक अतुल प्रधान ने केन्द्र को नसीहत देते हुए एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने खुद को जंजीर की मजबूत जकड़ में बांधे हुए अपने हिस्से का पक्ष रखा। मीडिया से बात करते हुए Atul Pradhan ने कहा कि “सरकार रोजगार देने में असमर्थ है इसलिए लोग डंकी रूट को चुनकर विदेश जा रहे हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में किसी भी भारतीय को हथकड़ी लगाकर निर्वासित न किया जाए।” समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान द्वारा खुद को जंजीरों में बांध कर UP Budget Session के दौरान किया गया ये प्रदर्शन अब सुर्खियों में है।
हंगामे की भेंट चढ़ी यूपी बजट सत्र की कार्यवाही
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की है। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे का कहना है कि “उनके (राज्यपाल के) अभिभाषण में जो पढ़ा जा रहा था, उसका समाजवादी पार्टी ने विरोध किया क्योंकि उसमें गलत आंकड़े दिए गए थे। मांग थी कि महाकुंभ में भगदड़ में हुई मौतों का सही आंकड़ा दिया जाए। राज्यपाल ने भाषण बीच में ही छोड़ दिया। हमें लगता है कि वह महाकुंभ में हुई घटनाओं से दुखी थीं, इसलिए उन्होंने पूरा भाषण नहीं पढ़ा।”
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी विधानसभा में जारी हंगामे की स्थिति को लेकर कहा है कि “विपक्ष का व्यवहार गैरजिम्मेदाराना है। राज्यपाल के अभिभाषण के जरिए सरकार के कामों की जानकारी दी जाती है। राज्यपाल का सम्मान करने की बजाय वे हंगामा करते हैं। समाजवादी पार्टी ने दिखा दिया है कि वह एक जिम्मेदार राजनीतिक दल कम और अराजकता फैलाने वाली पार्टी ज्यादा है।”