Delhi Metropolitan Education : लीडरशिप कॉन्क्लेव (MDLC) का आयोजन किया, जिसका विषय था “फ्यूचर ऑफ लर्निंग: एआई और रियल वर्ल्ड एक्सपीरियंस”. पैनल चर्चा में श्रीमती ऋचा शर्मा अग्रिहोत्री (संस्कृति स्कूल), श्रीमती नंदिनी शेखर (DPS HRIT), श्रीमती दिम्पल पुरी (विश्व भारती पब्लिक स्कूल, गाज़ियाबाद), श्रीमती सुषमा पुनिया (BLS, ग्रेटर नोएडा) और श्री सौरभ सेहगल (सैफायर इंटरनेशनल, नोएडा और क्रॉसिंग रिपब्लिक) ने भाग लिया।इस चर्चा का संचालन प्रोफेसर (डॉ.) शालिनी गौतम और श्रीमती अंजली बोस ने किया।
पैनलिस्टों ने एआई के शिक्षा क्षेत्र में भविष्य के उपयोग और इसके प्रभावों पर अपने विचार साझा किए
पैनलिस्टों ने एआई के शिक्षा क्षेत्र में भविष्य के उपयोग और इसके प्रभावों पर अपने विचार साझा किए।श्रीमती नंदिनी शेखर ने कहा कि शिक्षा में मानवीय स्पर्श की अहमियत है, जो एआई कभी नहीं बदल सकता।श्रीमती ऋचा शर्मा ने एआई में मौजूद पूर्वाग्रहों पर चर्चा करते हुए बताया कि इसका इस्तेमाल करते वक्तअपनी सोच को महत्व देना चाहिए। श्रीमती दिम्पल पुरी ने छात्रों के डेटा की सुरक्षा और साइबर सुरक्षा की अहमियत पर जोर दिया। श्रीमती सुषमा पुनिया ने एआई के उपयोग को लेकर शिक्षकों और अभिभावकों के मानसिकता में बदलाव की आवश्यकता बताई, जबकि श्री सौरभ सेहगल ने बताया कि एआई और शिक्षक मिलकर छात्रों का सही मूल्यांकन कर सकते हैं।
इस पैनल चर्चा का निष्कर्ष यह था कि भविष्य में सिर्फ एआई को अपनाना ही नहीं, बल्कि इसे जिम्मेदारी सेऔर नैतिकता के साथ अपनाना जरूरी होगा, ताकि छात्रों की जिज्ञासा और ज्ञान को एआई के माध्यम से बेहतर तरीके से मार्गदर्शित किया जा सके।