New Education Policy: स्कूली शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा तक कई बड़े बदलाव किए गए हैं। उच्च शिक्षा में अब सिर्फ एक नियामक होगा। अब बीच में छूटी हुई पढ़ाई भी बेकार नहीं जाएगी। अब एक साल की पढ़ाई पूरी होने पर सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा और दो साल की पढ़ाई पर डिप्लोमा की डिग्री दी जाएगी।
शिक्षा नीति 2022 में MPhil खत्म
नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद phd करने में आसानी होगी। अब phd करने के लिए 4 साल का ग्रेजुएशन, मास्टर्ट्स और M.Phil नहीं करना होगा। अब सीधे ग्रेजुशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद phd कर सकते हैं।
महा विद्यालयों को मिला है कॉमन एग्जाम का ऑफर
नई शिक्षा नीति 2022 के तहत, सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को कॉमन एंट्रेंस एग्जाम के तहत दाखिला करवाने का ऑफर दिया गया है। इसमें ये एग्जाम नेशनल परीक्षा एजेंसी के द्वारा करवाया जायेगा।
UGC, NCTE और AICTE होगा खत्म, बनेगी एक रेगुलेटरी बॉडी
यूजीसी, एआईसीटीई नई शिक्षा नीति में खत्म होने जा रहा है। उच्च शिक्षा सचिव अमित खेर ने अपने बयान में बताया कि अब उच्च शिक्षा में एक ही नियामक होगा। महा विद्यालयों को भी ग्रेडेड ऑटोनोमी दिया जाएगा जिससे यूनिवर्सिटी में 15 साल का संबद्धता खत्म कर दिया जाएगा।
स्कूल, कॉलेज के फीस पर लगेगा नियंत्रण का तंत्र
उच्च शिक्षा सचिव खेरे नें बताया कि मौजूदा इंस्पेक्टर राज खत्म किया जाएगा। अब केंद्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय, डीम्ड विश्वविद्यालय और प्राइवेट विश्वविद्यालय सभी के नियम अलग-अलग हैं। उन्होंने बताया कि इसके नियम एक जैसे किए जायेंगे साथ में फीस के नियंत्रण के लिए भी एक ही तंत्र तैयार किया जाएगा।
विदेशी यूनिवर्सिटी अब भारत में भी खोल सकेंगे अपना कैंपस
नई शिक्षा नीति के अनुसार विदेशी यूनिवर्सिटी को भी भारत में कैंपस खोलने की अनुमति मिलेगी। इसमें भारतीय स्टूडेंट्स को बेस्ट इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी का शिक्षा मिल सकेगा। इसके लिए उन्हें विदेश नहीं जाना पड़ेगा।
पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई बच्चे के मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा में होंगी
अब की शिक्षा नीति में बच्चों को अपने अध्याय को सीखने और समझनें में बहुत आसानी सानी होगी। इस शिक्षा नीति के अनुसार, पांचवी तक के छात्रों को अपने मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा प्रदान किया जाएगा।
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कक्षा छह से ही होगा कौशल विकास
अब कक्षा छह से भी कौशल विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए छठी क्लास से ही बच्चों को इंटर्नशिप दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति के अनुसार छठी क्लास से ही वोकेशनल कोर्स शुरू करवा दिया जाएगा। बता दें, इस बार से संगीत और कला को भी बढ़ावा देते हुए, पाठ्यक्रम में लागू कर दिया जाएगा।
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निजी और सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों में बनाए जायेंगे एक नियम
पुरानी नीति के ढांचे को बदल दिया गया है। अब 5+3+3+4 का ढांचा तैयार किया गया है। इसके साथ उम्र सीमा में भी बदलाव किया गया है जिसमे 8-11 साल, 11-14 साल और 14-18 साल की उम्र सीमा तय किया गया है।
नई शिक्षा नीति किस राज्य नें सबसे पहले लागू किया
बता दें, उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है। 1 मई 2022 को उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। इसके साथ इस साल से ही सत्र लागू कर दिया जाएगा।
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