Sanskrit: भारत की सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत है। सभी स्कूल एवं कॉलेजों में संस्कृत पढ़ाई जाती है। संस्कृत साहित्य में भी काफी लोग बढ़ते जा रहे हैं। मगर आज भी भारत में संस्कृत नहीं बोली जाती है। आपको बता दें, भारत 120 करोड़ की आवादी से भरा देश है। मगर यहां पर सिर्फ 24,821 लोग ही संस्कृत बोलते हैं। ये RTI की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है।
भारत में सिर्फ 0.002 प्रतिशत लोग बोलते हैं संस्कृत
आपको बता दें, देश की ये रिपोर्ट सभी चौका रही है। ये रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त कार्यालय के द्वारा प्रकाशित की गई है। इसमें बताया गया है कि भारत में इतनी घनी आबादी होने के बाद भी सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत सिर्फ 0.002 प्रतिशत लोग बोलते हैं।
संस्कृत बनी उत्तराखंड की दूसरी आधिकारिक भाषा
संविधान के समय में संस्कृत को अल्पसंख्यक भाषा के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है। मगर देश में आधिकारिक भाषा की सूची तैयार कर ली गई है। जिसमे 22 आधिकारिक भाषा शामिल हैं। बता दें, 2010 में उत्तराखंड ने संस्कृत को अपनी दूसरी आधिकारिक भाषा के रूप में सूचीबद्ध किया। इसके बाद ऐसा करने वाला उत्तराखंड भारत का पहला राज्य बना। मगर वहां भी गिने चुने लोगों के द्वारा ही संस्कृत बोली जाती है।
15 भाषाओं पर चल रहा कार्य
आपको बता दें, भारत में सिर्फ संस्कृत की ही हालत ऐसी नहीं है बल्कि अन्य 18 भाषाओं की हालत गंभीर है। जिसके संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। आपको बता दें, कई सारे भाषाओं की डिक्शनरी तैयार की जा रही है। जिसमे 3 भाषा की शब्दकोश तैयार कर ली गई है। वहीं 15 भाषाओं पर काम शुरू कर दिया गया है।
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