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Anupam Kher कई बार पार्टियों में करवा चुके हैं किरण खेर को अनकंफरटेबल, जानिए कैसे एक्टर की ईमानदारी बना देती है उन्हें ‘मुंहफट’

Anupam Kher: अनुपम खेर कभी भी अपनी बात रखने में पीछे नहीं रहते हैं और अपनी ईमानदारी को लेकर सुर्खियों में होते हैं लेकिन कभी-कभी ईमानदारी की वजह से किरण खेर अनकंफरटेबल होना पड़ता था। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है।

Anupam Kher
Photo Credit- Google Anupam Kher

Anupam Kher: फिल्मों में अपने बेबाक अंदाज को लेकर चर्चा में रहने वाले अनुपम खेर अपनी निजी जिंदगी पर भी बात करने में कभी भी पीछे नहीं रहते हैं। इस सबके बीच उन्होंने खुद को ईमानदार कहा है। हालांकि इस दौरान एक्टर ने कहा कभी-कभी ईमानदारी देखकर लोग आपके ‘मुंहफट्ट’ कह देते हैं लेकिन दोनों में फर्क होता है। वहीं इस सबके बीच अनुपम खेर ने इस बात का भी खुलासा किया कि किरण खेर को वह कई बार पार्टियों में अनकंफरटेबल कर चुके हैं क्योंकि वह ईमानदारी से अपनी बात रखने में आगे रहते हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।

विग पहनने के लिए क्यों अनुपम खेर नहीं हुए तैयार

Credit- Zindagi with Richa

अनुपम खेर ने खुद को ईमानदार बताते हुए कहा कि हम ऐसे समाज में रहते हैं जहां ईमानदार लोगों को ज्यादा प्वाइंट आउट नहीं किया जाता है। एरोगेंट समझा जाता है। इस पर एक्टर कहते हैं कि “मैं किसी को भी हर्ट नहीं करना चाहता हूं। मैं काफी सेंसिटिव हूं। जब मेरे सेक्रेटरी ने मुझे विग पहनने के लिए कहा क्योंकि आप गंजे हैं तो मुझे लगा कि मैं विग पहन लूंगा सारी दुनिया को पता होगा मुझे पता होगा कि मैं विग में हूं लेकिन मैं नॉर्मल होने का नाटक करूंगा तो मैं ऐसा क्यों करूंगा।” वह कहते हैं कि मैं उन चीजों में भरोसा करता हूं कि ईमानदारी आपको हर जगह सरवाइव करवा सकता है।

देखें कैसे किरण खेर को अनुपम खेर करवाते थे असहज

बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर कहते हैं कि “मैं जानबूझकर कभी भी किसी को हर्ट नहीं करता हूं लेकिन मैं झूठ नहीं बोल सकता क्योंकि यह मेरी डीएनए में नहीं है। मैं स्मार्ट हूं लेकिन जब ईमानदारी के साथ आपको लोग देखते हैं तो आपको बेवकूफ समझ लेते हैं और मुंहफट तक कह देते हैं। मुंहफट और ईमानदार होने में फर्क होता है। मुंहफट आप तब भी हो सकते जब सामने वाले को हर्ट कर सकते हैं। वह कहते हैं जैसे मैं किसी के घर खाना खाने जाता हूं अभी तो नहीं जाता हूं लेकिन जब मैं और किरण जाते थे तो अगर खाना अच्छा नहीं है तो मुझसे झूठ नहीं बोला जाता था। मैं सच बोल देता था कि कौन सा अच्छा है और कौन ठीक होता है। किरण मेरी तरफ देखती थी तुम पागल हो गए हो तुम एक काम करो चुप रहा करो।”

एक्टर ने कहा कि लोगों को तकलीफ होती है क्योंकि ईमानदारी आजकल काफी कम देखी जा रही है और लोग उसे पसंद नहीं करते हैं। वर्कफ्रंट की बात करें तो अनुपम खेर को आखिरी बार द बंगाल फाइल्स और मेट्रो इन दिनों में देखा गया है।

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