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Dhruv Rathee: ‘ट्रोल टैक्स देना पड़ेगा…’ धुरंधर को प्रोपेगेंडा फिल्म बताने के बाद फैंस को कहा फ्रस्ट्रेटेड, नए वीडियो से फिर मचाया बवाल

Dhruv Rathee: धुरंधर फिल्म को प्रोपेगेंडा बताने वाले ध्रुव राठी ने एक वीडियो शेयर कर एक बार फिर से बवाल मचा दिया है जहां उन्होंने ट्रोलर्स को टैक्स देने की बात कही है। आइए जानते हैं पूरी खबर डिटेल्स में क्या है।

Dhruv Rathee
Photo Credit- Google Dhruv Rathee

Dhruv Rathee: ध्रुव राठी सोशल मीडिया पर लगातार विवादों में है जब से उन्होंने धुरंधर को प्रोपेगेंडा फिल्म बता दिया है। इसके रणवीर सिंह और धुरंधर फैंस भड़के हुए नजर आ रहे हैं लेकिन इस सबके बीच उन्होंने एक और वीडियो पोस्ट किया है और धुरंधर चाहने वालों को फ्रस्ट्रेटेड बता दिया। इतना ही नहीं उन्होंने इस वीडियो में ट्रोल टैक्स का भी जिक्र किया है। दरअसल धुरंधर वीडियो को पोस्ट करने के बाद उन्हें काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा और ऐसे में इससे बचने के लिए उन्होंने एक नया पैतरा अपनाया है। आखिर किस तरह से उन्होंने चाल चलकर लोगों को हैरान किया।

Dhruv Rathee के वीडियो पर कमेंट करने के लिए क्या करना पड़ेगा आपको

इस वीडियो में ध्रुव राठी कहते हैं कि कितने पागल हो गए हैं लोग इस फिल्म को लेकर और क्या-क्या प्रोपेगेंडा इसे लेकर किया जा रहा है। आप यकीन नहीं करोगे। वीडियो में जाकर ये कमेंट कर रहे हैं गैजेट रेडिट जाकर इस पोस्ट को डिसलाइक करने के लिए कहा जा रहा है। ध्रुव राठी ने यह भी कहा अब मैंने इस वीडियो पर एक रूल सेट कर दिया अगर आपको वीडियो पर कमेंट करना है तो सब्सक्राइब होना पड़ेगा। यह देखकर लोग इतना भड़क गए कि हमारा फ्रीडम ऑफ स्पीच कहां गया। हमारा फ्रीडम ऑफ स्पीच छीन लिया। इस पर मजे लेते हुए ध्रुव कहते हैं कि आप सिर्फ ट्रोल टैक्स समझ लो अगर तुम्हें ट्रोलिंग करनी है तो टैक्स देना पड़ेगा। इसके लिए मेरे सब्सक्राइबर का नंबर बढ़ाना पड़ेगा।

आखिर क्यों फंसे ध्रुव राठी विवाद में

ध्रुव राठी ने यह भी कहा कि इसके बावजूद उनका वीडियो काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है और लोग इसे देख भी रहे हैं। वहीं फिल्म की प्रोपेगेंडा और पीआर को लेकर भी बात करते हुए ध्रुव इस वीडियो में नजर आते हैं। दरअसल इस सब विवाद की शुरुआत तब हुई जब उन्होंने यह दावा किया था कि एनिमल और धुरंधर जैसी फिल्मों से गहराई से जुड़ने वाले दर्शक असल जिंदगी में फ्रस्ट्रेटेड होते हैं। उन्होंने कहा कि यह आक्रामक कहानी अक्सर उन दर्शकों को प्रभावित करती है जो रियल लाइफ में फ्रस्ट्रेटेड होते हैं। सिनेमा को सिर्फ मनोरंजन की बजाय एक इमोशनल आउटलेट के तौर पर देखते हैं। इसके साथ ही धुरंधर को प्रोपेगेंडा फिल्म बताया था जिस पर उन्हें विवाद का सामना करना पड़ रहा है।

बता दें कि आदित्य धर के निर्देशन में बनने वाली धुरंधर कमाल दिखा रही है और लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं। भारत में यह 500 करोड़ के पार हो चुकी है।

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