कमाल आर. खान इस नाम से हर कोई वाकिफ है। कमाल आर. खान उन इंसानों में से एक हैं जो बिन मांगे मश्वरा देने में यकीन रखते हैं। गलत शब्दों का इस्तेमाल करने में यकीन रखते हैं। बिना किसी वजह किसी की बुराई करने में यकीन रखते हैं। हाल ही में सलमान खान की फिल्म ‘राधे’ की रिलीज के बाद खुद को फेमस एक्टर और फिल्म क्रिटिक कहने वाले कमाल आर. खान उर्फ केआरके ने न ही सिर्फ फिल्म का रिव्यू किया बल्कि बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के बारे में भी काफी अपशब्द कहे। इसके बाद सलमान खान की तरफ से केआरके के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया गया। इस बात की जानकारी खुद केआरके ने अपने ट्विटर हैंडल से दी और कहा था कि ‘राधे’ का खराब रिव्यू करने के चलते सलमान ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
लेकिन के.आर.के द्वारा दी गयी जानकारी से उल्ट डीएसके लीगल की तरफ से वरिष्ठ न्यूज़ एजेंसी को जारी बयान में कहा गया है कि – बचावकर्ता कमाल आर. खान ने ट्वीट्स की सीरीज़ जारी कर इस बात का दावा किया था कि सलमान खान ने फिल्म ‘राधे’ की समीक्षा करने के चलते उनपर मानहानि का केस किया है जो कि गलत है। ये मुकदमा सलमान खान को बदनाम करने की नीयत से प्रकाशित और प्रचारित की गईं खबरों की वजह से किया गया, जिनके जरिए सलमान को करप्ट, ‘बीइंग ह्यूमन’ को फ्रॉड और सलमान को हवाला के कारोबार में लिप्त होने की बातें कहीं गईं हैं। इनके जरिए सलमान और सलमान खान फिल्म्स को डकैती तक में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। पिछले कई महीनों से बचावकर्ता सलमान खान के खिलाफ दुष्प्रचार करने और उन्हें बदनाम करने की कोशिशों में लगा हुआ है जिसके जरिए बचावकर्ता का मकसद सबका ध्यान अपनी ओर खींचना रहा है।
इस मुद्दे पर आज कोर्ट में के.आर.के के वकील ने कहा कि – अगली सुनवाई तक कमाल आर. खान शिकायतकर्ता को बदनाम करने के लिहाज से कोई बयान नहीं देंगे। कमाल आर. खान के वकील के इस बयान के मद्दनेजर कोर्ट ने सुनवाई के दौरान संतोष जताते हुए अपना ऑर्डर पास किया।