Brain Tumor: आजकल के स्ट्रेस भरे जीवन में ब्रेन ट्यूमर की स्थिति काफी आम है। ब्रेन ट्यूमर एक मस्तिष्क से जुड़ी गंभीर बिमारी है जो एक समय के बाद इतनी बढ़ जाती है जिससे व्यक्ति की जान जाने का डर रहता है। इसमें दिमाग की नस्से तेजी से बढ़ने लगती हैं और एक जगह इकठ्ठा हो जाती है। ब्रेन ट्यूमर भी कई तरह के होते हैं जिनमे से कुछ ट्यूमर कैंसर रहित भी होते है तो कई जेनेटिक सिंड्रोम या हानिकारक रेडिएशन से होता है। अगर इसके लक्षणों के बारे में जल्द पता ना लगाया जाए तो जान भी जाने का खतरा रहता है। आज हम आपको अपने इस लेख में ब्रेन ट्यूमर के वार्निंग साइंस बताने जा रहे हैं।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
ब्रेन ट्यूमर के वार्निंग साइज, जगह और बढ़ने की रफ्तार पर निर्भर करते हैं। इसके वार्निंग साइन में सिरदर्द जो धीरे-धीरे गंभीर हो जाता है, बिना किसी कारण उल्टी, धुंधली दृष्टि वाली समस्या, हाथ या पैर में झुनझुनी रहना, बोलने में परेशानी, सोने में कठिनाई, याददाश्त की समस्या, थकान, चलने और दैनिक गतिविधियों को करने में कठिनाई जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। ब्रेन ट्यूमर होने के कई कारण होते हैं इन कारणों को जानना भी बेहद जरुरी है।
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ब्रेन ट्यूमर के कारण
लिंग – ब्रेन ट्यूमर महिलाओं के मुताबिक पुरुषों में ज्यादा पाया जाता है तो पुरुषों को इसका खास ख्याल रखना चाहिए।
आयु – ट्यूमर ज्यादातर बच्चों या बड़े वयस्कों में ज्यादा पाया जाता है।
एक्सपोजर – ट्यूमर कुछ सॉल्वैंट्स, कीटनाशकों और वायरस के संपर्क में आने से फैलता है।
फैमिली हिस्ट्री – एक रिपोर्ट के अनुसार 5 प्रतिशत ब्रेन ट्यूमर आनुवंशिक स्थितियों या कारकों से जुड़े होते हैं।
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