“Tomato Flu”: केरल अब एक और रहस्यमय बीमारी से जूझ रहा है। जिसका नाम जितना हैरान कर देने वाला है। उससे ज्यादा इसके लक्षण हैं। इस फ्लू का नाम “टमाटर फ्लू” है। वहीं टमाटर जिसे हम सभी बड़ी ही चाव से खाते हैं।
आपको बता दें, केरल में फूड प्वाइजनिंग के कारण 58 लोगों की मौत हो गई है और कई सारे लोग अस्पताल में भर्ती हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 80 से अधिक बच्चे इस बीमारी से प्रभावित हैं। सभी मामले कोल्लम से सामने आए हैं।
टमाटर फ्लू क्या है?
यह एक दुर्लभ वायरल बीमारी है, जो लाल रंग के चकत्ते, त्वचा में जलन और निर्जलीकरण का कारण बनती है। इस रोग का नाम इसके कारण होने वाले फफोले से पड़ा है, जो टमाटर की तरह दिखते हैं।
किन लोगों को हो रहा टमाटर फ्लू
केरल में टमाटर का बुखार पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित कर रहा है। यही कारण है कि, इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे बच्चे हो रहे हैं।
रोग के लक्षण
प्रभावित बच्चे को टमाटर के आकार के छाले हो सकते हैं, जो लाल रंग के होते हैं। अन्य लक्षणों में चिकनगुनिया की तरह तेज बुखार, शरीर में दर्द, जोड़ों में सूजन और थकान शामिल हैं।
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किन इलाकों में मामले आए सामने?
दक्षिणी राज्य के आर्यनकावु, आंचल और नेदुवथुर से भी मामले सामने आए हैं।
तमिलनाडु-केरल सीमा पर बढ़ी निगरानी
टमाटर फ्लू के फैसलने के बाद तमिलनाडु-केरल सीमा पर वालयार में एक मेडिकल टीम बुखार, चकत्ते और अन्य बीमारी के लिए कोयंबटूर में प्रवेश करने वालों के लिए परीक्षण कर रही है। दो चिकित्सा अधिकारी सभी वाहनों के यात्रियों, विशेषकर बच्चों की जांच के लिए टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। इसके साथ ही लोगों की खूब जांच की जा रही है।