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दिल्ली में “AAP” की सरकार के हुए नौ वर्ष, पार्टी में छाया हर्ष 

AAP:आम आदमी पार्टी की सरकार के दिल्ली चुने हुए आज नौ वर्ष पूर्ण कर लिए हैं।  इस अवसर पर पार्टी की इस निर्वाध यात्रा से पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ साथ पार्टी के संगठन तथा वरिष्ठ नेतृत्व में हर्षोल्लास छाया हुआ है।  

आज से ठीक नौ वर्ष पूर्व 28 दिसंबर 2013 को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में  पहली बार दिल्ली में आप की सरकार ने शपथ ली थी। तब नई नई बनी इस पार्टी को कांग्रेस सरकार नए बाहर से समर्थन दिया था और अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे। अपनी स्थापना के वर्ष भर के अंदर ही दिल्ली विधानसभा चुनावो में उतरी पार्टी ने 70 में से 28 सीटें जीतकर पहली बार में ही इतिहास रच दिया था और भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वह विधानसभा चुनाव इस कारण भी याद किया जाता रहेगा।  क्योंकि सत्तारूढ़ कांग्रेस की स्थापित मुख्यमंत्री दिवंगत शीला दीक्षित को अरविन्द केजरीवाल ने आमने सामने की टक्कर में एकतरफा रूप से हराकर शानदार विजय प्राप्त की थी। पहली बार कांग्रेस के ही समर्थन से 49 दिन के मुख्यमंत्री बने थे। 

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जानें कैसी रही “आप” की ऐतिहासिक यात्रा

इण्डिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले अरविन्द केजरीवाल ने वयोवृद्ध समाजसेवी अन्ना हज़ारे के साथ मिलकर अप्रैल  2011 में कांग्रेस सरकार के भ्र्ष्टाचार और भ्र्ष्ट व्यवस्था के विरुद्ध  एक ऐतिहासिक देशव्यापी आंदोलन खड़ा कर दिया था। यह स्वतःस्फूर्ति जन आंदोलन था जो गैर राजनितिक प्रायोजित था। जनता भ्र्ष्टाचार और रोज के घोटालों से त्रस्त थी। पहली बार देश की जनता को एक ऐसा व्यक्ति मिला था जो जन सरोकार के विषयों को सीधा सरकार से टकराकर उठा रहा था। 

हालाँकि अन्ना हज़ारे इस जन आंदोलन से निकले नेताओं से किसी भी प्रकार के राजनितिक संगठन खड़ा करने के विरुद्ध थे।  किन्तु राजनितिक चुनौती को स्वीकार कर अरविंद ने राजनितिक दल बनाने का निर्णय कर लिया और अन्ना से रहें अलग कर चुनाव में उतर गए। 

उसके बाद 2015 चुनावों में आप ने 70 में से 67 विधानसभा जीतकर दिल्ली इतिहास रच दिया था। जो किसी पार्टी द्वाराब तक की सबसे बड़ी विजय थी। इससे पहले 2014 लोकसभा चुनावो में आप ने 400 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारकर  पंजाब से 4 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त कर ली थी।  2017 पंजाब विधानसभा चुनावों में 20 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी बनी तो 2022 पंजाब विधानसभा चुनावो में निर्णायक विजय प्राप्त कर पहली बार पंजाब जैसे पूर्ण राज्य में भगवंत मान के रूप में आप का मुख्यमंत्री बना। 

दिल्ली एमसीडी में भी ‘आप’ का हुआ उदय 

इस बार दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 में भी भाजपा के वर्चस्व को तोड़ते हुए आप ने एक नया  इतिहास रच दिया है मात्र नौ वर्ष में एक पार्टी द्वारा भारतीय राजनितिक इतिहास में राष्ट्रिय पार्टी का अधिकार प्राप्त कर अद्भुत यात्रा है। 

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