पिछले दो दिनों में, भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे रहने वाले भाजपा नेताओं ने दिल्ली में केंद्रीय पार्टी के नेताओं का दौरा किया उनके साथ कई बैठक भी की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज़ हुई है। उत्तराखंड विधानसभा चुनावी जनादेश जीतने के बाद, राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें थमने का नाम नहीं ले रही है, कई नेता पैरवी करने के लिए दिल्ली की ओर भाग रहे हैं। पिछले दो दिनों में, भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे रहने वाले भाजपा नेताओं ने दिल्ली में केंद्रीय पार्टी के नेताओं का दौरा किया है। इनमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सतपाल महाराज और अजय भट्ट जैसे नेता भी शामिल हैं।
इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मुख्यमंत्री बने रहने के लिए अपना समर्थन हासिल कर रहे है। इसके लिए कई नए विधायक और पार्टी कार्यकर्ता बीते रविवार को उनके सरकारी आवास पर पहुंच रहे है। मीडिया को संबोधित करते हुए धामी ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी भूमिका देगी, वह उसे निभाने के लिए तैयार हैं। धामी ने कहा, “राज्य में भाजपा की जीत का मतलब है कि राज्य के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में किए जा रहे विकास कार्यों को स्वीकार किया है। मैं पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूं, जिसे कोई प्रशासनिक पद न होने के बावजूद राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया था।”
विधानसभा में अपनी सीट हारने पर, धामी ने कहा कि उन्हें पूरे राज्य पर ध्यान देना है और खटीमा निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकते, जहां उन्होंने चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं खटीमा में लोगों के जनादेश को स्वीकार करता हूं और राज्य भर में लोगों की भलाई के लिए काम करते रहने का संकल्प करता हूं।”
भाजपा के राज्य मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कुछ 6-7 विधायक अपनी सीट खाली करने के लिए आगे आए हैं ताकि धामी फिर से चुनाव लड़ सकें और मुख्यमंत्री बने रहें।
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