बीते साल से ही देश कोरोना महामारी से लड़ने की हर संभव कोशिश करता नजर आ रहा है। वेरिएंट के हर बदलाव के साथ सरकार टीकाकरण अभियान को तेज कर रही है। भारत में सभी वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया है। लोगों तक टीका जल्द पहुंच सके..इसलिए वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां भी अपने क्षमता से अधिक उत्पादन कर रही हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिसर्च भारत के लोगों को डरा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि भारत में COVID-19 के (एंडेमिक स्टेज) स्थानिकता के चरण में प्रवेश कर रहा है जहां निम्न या मध्यम स्तर का संक्रमण लंबे समय तक जारी रहेगा।
किसे कहा जाता है एंडेमिक स्टेज
एंडेमिक स्टेज किसी भी देश के लिए बीमारी का वो चरण है जब उस देश की आबादी वायरस के साथ रहना शुरू सीख लेती है।ये चरण महामारी से बहुत अलग होता है। इसमें वायरस आबादी पर हावी हो जाता है लेकिन उसके संक्रमण की दर कम रहती है।स्वामीनाथन ने कहा कि भारत के आकार और देश के विभिन्न हिस्सों में जनसंख्या की विविधता और प्रतिरक्षा की स्थिति को अलग-अलग है इसलिए महामारी का असर भी सब जगह अलग-अलग है। भारत को एंडेमिक स्टेज से जल्द छुटकारा मिलने की उम्मीद कम है। भारत में वायरल लंबे समय तक रहेगा। इसलिए भारत के लोगों के लिए बचाव पहले की तरह जरूरी है।
कोवैक्सिन को जल्द मिल सकती है अधिकृत टीके के रुप में मंजूरी
कोवैक्सिन को मंजूरी देने के सवाल पर स्वामीनाथन ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि डब्ल्यूएचओ का तकनीकी समूह कोवैक्सिन को अधिकृत टीको में से एक होने के लिए मंजूरी देने के लिए जल्द तैयार होगा और यह सितंबर तक हो सकता है।केरल में कोविड -19 स्थिति के बारे में बात करते हुए स्वामीनाथन ने कहा कि पिछले सप्ताह मामलों में गिरावट परीक्षण दरों में कमी के कारण हो सकती है। इसके अलावा त्योहार के सीजन में स्थिति में बदलाव देखा गया है। मामलों में तेजी देखी गई है।
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