Maharana Pratap: इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में साइनबोर्ड को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। औरंगजेब की कब्र हो हटाने की मांग लेकर महाराष्ट्र में विवाद की आंच दिल्ली तक पहुंची है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि कल अज्ञात लोगों ने ‘अकबर रोड’ के साइनबोर्ड पर कालिख पोत दी और दावा किया कि दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर Maharana Pratap की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया है। अब इस खबर के सामने आने के बाद दिल्ली में साइनबोर्ड को लेकर चल रहा विवाद और गहराता जा रहा है।
Maharana Pratap की मूर्ति क्षतिग्रस्त करने का आरोप
अमित राठौर नाम के एक व्यक्ति ने इसे उचित ठहराते हुए कहा, “भारत महाराणा प्रताप का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। पुलिस प्रशासन और दिल्ली सरकार ISBT Kashmere Gate पर हुई घटना को दबाने की कोशिश कर रही है। जो लोग दोषी हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।” एक अन्य प्रदर्शनकारी विजय ने कहा कि वे ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम वाले साइनबोर्ड को निशाना बना रहे हैं जिन्हें वे आक्रमणकारी मानते हैं।
उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा कि, “हम लगातार अकबर, बाबर और हुमायूं जैसे आक्रमणकारियों के Signboard हटा रहे हैं और हम सरकार से अपनी आंखें खोलने और निर्णय लेने का आग्रह कर रहे हैं। सवाल यह है कि केवल हम ही ऐसा क्यों कर रहे हैं? समाज के दूसरे लोग कहां हैं?”
साइनबोर्ड पर कालिख पोतने वाले लोग कौन हैं?
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो Akbar Road Delhi साइनबोर्ड पर कालिख पोतने वाले लोग हिंदू राष्ट्र नवनिर्माण सेना से जुड़े हुए लग रहे हैं। घटना के वीडियो में दिख रहे अमित राठौर ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर दावा किया है कि वह इस संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष और संस्थापक है।
इन सबके बीच दिल्ली पुलिस के बयान का इंतजार है कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करती है। वैसे भी दिल्ली में जारी साइनबोर्ड विवाद को लेकर देश-दुनिया में चर्चा तेज है। हर कोई हैरान है कि आखिर किसी के नाम की वजह से विशेष समूह संगठन को क्या परेशानी हो रही है?
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