MP Water Vison 2047: पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी जल संरक्षण योजना Water Vison 2047 का दो दिवसीय प्रथम अखिल भारतीय राज्य मंत्री वार्षिक सम्मेलन का कल भोपाल में समापन हो गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के अनरूप एक नई राज्य जल नीति को बनाने की घोषणा कर दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी जल संरक्षण योजना Water Vison 2047 का दो दिवसीय प्रथम अखिल भारतीय राज्य मंत्री वार्षिक सम्मेलन का कल भोपाल में समापन हो गया। 5 जनवरी को उद्घाटन समारोह को पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा था कि भारत आज जल सुरक्षा की दिशा में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है और केंद्र सरकार का ये मानना है कि हम मनरेगा के माध्यम से जल संरक्षण की दिशा में और अधिक कार्य कर सकते हैं। आपको बता दें दो दिन तक भोपाल में चले इस अखिल भारतीय वार्षिक सम्मेलन में जल को लेकर Water Vison 2047 विषय के साथ जल संरक्षण और संचयन के साथ साथ जल के उपयोग पर चर्चा विस्तृत चर्चा की गई।
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जानें क्या है Water Vison 2047
आज बढ़ते औद्यौगिक विकास और उसकी पूर्ति के कारण देश के प्राकृतिक जल स्रोतों का अनियंत्रित दोहन हो रहा है। जिसके कारण कई राज्यों के जल स्रोत सीमित हो गए हैं अथवा कई कई स्थानों पर भूजल स्तर बहुत तेजी से नीचे गिर गया है। कई महत्वपूर्ण क्षेत्र तो डार्क जोन में चले गए हैं। इन्हीं समस्याओ से जूझने के लिए सभी राज्यों को जल का संरक्षण, संचय तथा वर्षा जल को अधिक से अधिक राज्य की भूमि पर रोकना बड़ी चुनौती बन गया है। आज देश की समक्ष सबसे बड़ा प्रश्न इस प्राकृतिक जल का नियोजित रूप से व्यवस्थित दोहन कैसे हो ? इसी को लेकर इस सम्मेलन में महामंथन हुआ। क्योंकि देश के अंदर सिंचाई जल, पेयजल,औद्योगिक जल, वर्षा जल,भूजल तथा अपशिष्ट पुनर्चक्रीकरण से प्राप्त जल के उपयोग व प्रबंधन के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं है।
मप्र करेगा नई जल नीति बनाने की पहल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के अनरूप एक नई राज्य जल नीति को बनाने की पहल की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पहले से ही जल संरक्षण ,संचयन तथा मितव्ययी उपयोग की संवेदनशीलता को देखते हुए गंभीरता से गतिविधियों को संचालित करता है। इसके लिए मध्य प्रदेश 2007 में ही इस दिशा में जलाभिषेक अभियान आरंभ किया था। जिसके अंतर्गत नदी पुनर्जीवन के कार्य को प्रोत्साहित किया, इसके साथ साथ नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से नदियों के दोनों ओर वृक्षारोपण कार्यक्रम को बढ़ाया गया। इसी प्रकार जल की मिव्ययता रोकने हेतु पाइपलाइनों को बिछाना तथा स्प्रिंकलर द्वारा सिचाई को बढ़ावा देना प्रमुख उद्देश्य था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इन्हीं सब प्रयासों को समाहित करके एक समग्र नई राज्य जल नीति बनाने की घोषणा की।
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