महिलाओं को होने वाले मासिक धर्म में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दर्द के साथ-साथ महिलाओं की लाइफ भी प्रभावित होती है। स्पेन पहला पश्चिमी देश बनने जा रहा है जो मासिक धर्म के पेन के कारण महिलाओं को मेंस्ट्रुअल लीव देगा। संशोधित नीतियों के तहत स्पेन के स्कूल कथित तौर पर उन लड़कियों को सेनेटरी पैड उपलब्ध करेंगे जिन्हें इनकी जरूरत हैं।
मासिक धर्म की छुट्टी की पेशकश
जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया और ज़ाम्बिया राष्ट्रीय स्तर पर मासिक धर्म की छुट्टी की पेशकश करते हैं। संयुक्त राज्य में कुछ कंपनियां मासिक धर्म अवकाश प्रदान करती हैं। महिलाओं को मासिक धर्म में तेज पेट दर्द, ऐंठन, थकान और कमजोरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए स्पेन ने महिलाओं को 3 दिन की मेंस्ट्रुअल लीव प्रदान करने का फैसला लिया है। सबसे खास बात यह है कि स्पेन की सरकार जल्द ही इस फैसले पर मुहर भी लगाने वाली है।
डिसमेनोरिया बीमारी
स्पेनिश गायनेकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स सोसाइटी का दावा है कि लगभग एक तिहाई महिलाएं जिन्हें पीरियड होते हैं वे गंभीर दर्द से पीड़ित होती हैं। इस बीमारी को डिसमेनोरिया कहा जाता है। समानता और लैंगिक हिंसा के खिलाफ स्टेस सेक्रेटरी का कहना है कि मेंस्ट्रुअल लीव उद्देश्य उन महिलाओं को राय देना है जिन्हें अक्सर पीरियड के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है।
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कार्यस्थल पर भेदभाव का सामना
भारत में भी कुछ कंपनियां मासिक धर्म के दौरान छुट्टी देती हैं हालांकि मासिक धर्म के बारे में कई विरोधाभासी विचार भी देखने को मिलते हैं। कुछ महिलाओं का कहना है कि इससे कार्यस्थल पर भेदभाव का सामना करना पड़ता हैं। पिछले साल जुलाई में उत्तर प्रदेश में महिला शिक्षकों के एक संगठन ने शिक्षकों के लिए 3 दिन की छुट्टी की मांग करते हुए एक अभियान भी शुरू किया था। इसके अलावा अमेरिका में भी ऐसा कोई नियम नहीं है।
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