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Dementia: 60 के बाद मेमोरी लॉस ना बन जाए गले की फांस! रिस्क कम करने के लिए एक्सपर्ट के 3 Health Tips को कर सकते हैं फॉलो

Dementia: डिमेंशिया की वजह से आपको भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट ने रिस्क को कम करने के लिए वो तीन टिप्स बताएं हैं जो आपके लिए असरदार साबित हो सकता है। आइए जानते हैं क्या कहते हैं डॉक्टर।

Dementia
Photo Credit- Google Dementia

Dementia: डिमेंशिया यानी Memory Loss की समस्या बढ़ती उम्र में आम है। कभी हम कुछ चीज करके भूल जाते हैं और इस वजह से कई बार परेशानी झेलनी पड़ती है लेकिन जब आप डॉक्टरी भाषा में इसकी बात करें तो इसे Dementia कहा जाता है जिसमें मेमोरी से संबंधित कई परेशानियां आपको झेलनी पड़ती है। इस बारे में डॉक्टर प्रियंका शेहरावत 3 टिप्स देती हुई नजर आती है। डॉक्टर प्रियंका एम्स की पढ़ी हुई है जो डिमेंशिया के रिस्क को कम करने के लिए टिप्स देती हुई दिखी जिसे आप अपनी लाइफ स्टाइल में फॉलो कर सकते हैं। इससे आपको फायदे मिल सकते हैं।

आखिर क्या है Dementia नाम की बला

डॉ प्रियंका बताती है कि डिमेंशिया एक लॉन्ग टर्म है जिसमें भूलने की दिक्कत, पहचान में परेशानी, नाम का ना बता पाना, कुकिंग जैसे स्किल में मिस्टेक करना, रास्तों का भूल जाना यह सभी प्रॉब्लम्स आते हैं। इन समस्याओं को Dementia कहा जाता है।

आखिर कब होता है डिमेंशिया

इस सवाल का जवाब देते हुए एक्सपर्ट बताती है कि आमतौर पर 60 साल के बाद यह समस्या आपको हो सकता है। मोस्ट कॉमन Dementia Alzheimers’s Dementia होता है। इसके रिस्क से बचने के लिए आप अपनी लाइफ स्टाइल में तीन चीज फॉलो कर सकते हैं।

इन तीन टिप्स से डिमेंशिया के रिस्क को कम कर सकते हैं आप

बैलेंस डाइट है Dementia यानी Memory Loss में जरूरी

बैलेंस डाइट बेहद जरूरी है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा हो। ऐसे में आप अपनी डाइट में अखरोट, हाई फाइबर फूड, बेरिज और मोरिंगा का सेवन करें। वहीं एम्स एक्सपर्ट बताती है कि एंटीऑक्सीडेंट आपके दिमाग के लिए बेहद जरूरी होता है। ब्रेन सिकुड़न को काम करता है जो उम्र के साथ-साथ शुरू होता है।

एरोबिक एक्सरसाइज को लाइफस्टाइल में करें शामिल

डॉक्टर का कहना है कि एरोबिक एक्सरसाइज को लाइफस्टाइल में शामिल करना बेहद जरूरी है जिसमें आप रनिंग, साइकलिंग स्विमिंग और जुंबा कर सकते हैं। कम से कम 30 मिनट हर दिन वॉक भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह न सिर्फ बीपी शुगर को कम करता है बल्कि डिमेंशिया से भी बचाता है।

नींद Dementia की हो सकती है बड़ी वजह

डॉक्टर का कहना है कि नींद और डिमेंशिया एक दूसरे से काफी संबंधित है। अगर आपको नींद आने में दिक्कत हो रही है और और नींद को मेंटेन करने में दिक्कत होती है। 7 घंटे से कम अगर आप सो रहे हैं तो यह सभी रिस्क फैक्टर Dementia के लिए है। ऐसे में स्लिप हाइजीन को फॉलो करें। इसमें आप गुनगुने पानी से नहा कर सो सकते हैं। 8 के बाद स्क्रीन टाइम से दूरी बना ले। शाम के 6 बजे के बाद ग्रीन टी चाय से दूर रहे और रात का खाना 8 बजे से पहले खा ले। रात को सोने से पहले आप पढ़ाई की आदत डालें जो आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

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