Indian Wheat: दुनिया (world) में अभी भी रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच भीषण युद्ध जारी है। ऐसे में पूरे विश्व में इसका काफी असर देखा जा रहा है। इस कड़ी में भारत भी इससे प्रभावित हो रहा है। लेकिन यहां पर मामला कुछ अलग है। दरअसल, तुर्की (Turkey) ने भारत के गेहूं (India wheat) को घटिया क्वालिटी का बता कर उसे वापस कर दिया है। बता दें कि रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया में काफी तेजी से गेहूं की मांग में इजाफा हुआ है। ऐसे में तुर्की का ये फैसला काफी अलहदा लगा।
तुर्की ने भारत के गेहूं को इस वजह से भेजा वापस
बताया जा रहा है कि तुर्की का ये फैसला ऐसे वक्त में आया है जब, दुनिया के कई देश भारत से गेहूं पर लगाए गए निर्यात प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे है। तो वहीं, तुर्की ने भारतीय गेहूं को खराब बताकर वापस कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 56877 टन भारतीय गेहूं से लदे जहाजों को 29 मई से तुर्की से वापस गुजरात के बंदरगाहों की तरफ लाया जा रहा है। तुर्की ने इस बाबत कहा है कि भारतीय गेहूं में रूबेला वायरस मिला है, इसलिए वे इसे वापस भारत भेज रहे हैं।
जानिए क्या है रूबेला वायरस
रूबेला वायरस या जर्मन खसरा एक संक्रामक वायरल है। यह अक्सर शरीर पर विशिष्ट लाल चकत्ते दिखाता है। इससे संक्रामक रोगियों में कोई खास लक्षण नहीं होते। रूबेला वायरस से संक्रमण 3-5 दिनों तक रह सकता है और यह तब फैल सकता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है या नाक और गले से स्राव रहता है।
तुर्की के अधिकारियों ने कही ये बात
उधर, तुर्की ने फाइटोसैनिटरी चिंताओं के आधार पर भारतीय गेहूं की खेप को खारिज कर दिया और वापस भारत भेज दिया है। इन जहाजों को तुर्की से गुजरात के कंडाला बंदरगाह पर वापस आ रहा है। एसएंडपी ग्लोबल कम्युनिटी इनसाइट्स के एक अपडेट के अनुसार, इस कदम ने भारतीय व्यापारियों में काफी चिंता पैदा कर दी है। तुर्की के अधिकारियों ने कहा है कि भारत से गेहूं की खेप का रूबेला वायरॉस का पता चला है और इसलिए तुर्की के कृषि और वानिकी मंत्रालय द्वारा इसे प्रयोग में लाने की अनुमति नहीं दी गई।
भारत के गेहूं की मांग में इजाफा
आपको बता दे कि दुनिया में गहराते संकट के बीच भारत के गेहूं की मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में कई देशों को मांग के बाद भी गेहूं की आपूर्ति नहीं हो रही है। जानकारी के लिए बता दें कि यूरोप के देशों के मुकाबले भारत का गेहूं 40 फीसदी तक सस्ता है, इसलिए भारत के गेहूं की मांग भी काफी अधिक है। ज्ञात हो कि भारत दुनिया का दूसरा बड़ा गेहूं उत्पादक देश है, लेकिन गेहूं के निर्यात के मामले में भारत की स्थिति खासा अच्छी नहीं है।
ये देश मांग रहे भारत से गेहूं
भारत को बांग्लादेश, इंडोनेशिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और यमन से गेहूं के निर्यात करने का अनुरोध किया गया है। लेकिन भारत सरकार देश में गेहूं की उपलब्धता को लेकर काफी चिंतित है, ऐसे में अभी तक भारत ने इन देशो के आग्रह पर कोई बड़ा फैसला नहीं लिया है। वहीं, भारत ने बांग्लादेश और इंडोनेशिया के आग्रह पर हाल ही में एक निर्णय लिया है। जिसके बाद 5 लाख टन गेहूं के निर्यात को मंजूरी दी थी।
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