Home ख़ास खबरें दावे जमीनी, हकीकत हवा-हवाई! Rahul Gandhi से निराश CM Siddaramaiah की दो...

दावे जमीनी, हकीकत हवा-हवाई! Rahul Gandhi से निराश CM Siddaramaiah की दो टूक, मीटिंग के लिए अपॉइंटमेंट का जिक्र कर आलाकमान पर बरसे

कर्नाटक से दिल्ली आए CM Siddaramaiah की निराशा तब सामने आई, जब उन्हें राहुल गांधी से मिलने तक नहीं दिया गया। Rahul Gandhi से मिलने की आश लिए दिल्ली पहुंचे सीएम सिद्धारमैया को खाली हाथ कर्नाटक लौटना पड़े जिसके बाद आलाकमान की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं।

CM Siddaramaiah
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

CM Siddaramaiah: कार्यकर्ताओं के हक की बात हो, तो राहुल गांधी सबसे अगली पंक्ति में खड़े होकर हुंकार भरते नजर आते हैं। हालांकि, ये जमीनी दावे हैं जिसको लेकर तमाम तरह की उपमा गढ़ी जाती है। हकीकत हवा-हवाई होते हुए सामने आती है। ऐसा ही कुछ दिल्ली में आज फिर हुआ है। पटना में पप्पू यादव और कन्हैया कुमार जैसे नेताओं से बदसलूकी के बाद अब निराश होने की बारी सीएम सिद्धारमैया की थी। कर्नाटक CM राहुल गांधी से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन उन्हें अपॉइंटमेंट तक नहीं मिल सका। ऐसा होने के बाद खुद CM Siddaramaiah का दर्द छलका है। डीके शिवकुमार से जारी रस्सा-कस्सी के बीच सीएम सिद्धारमैया ने इशारों-इशारों में आलाकमान को तीखे संदेश दिए हैं। सामान्य कार्यकर्ता तो दूर की बात है, सीनियर नेताओं से राहुल गांधी व कांग्रेस आलाकमान की दूरी BJP को बोलने का मौका दे रही है।

Rahul Gandhi से निराश CM Siddaramaiah की दो टूक!

नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात की उम्मीद लिए कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया दिल्ली पहुंचे थे। हालांकि, उन्हें निराशा हाथ लगी। सीएम सिद्धारमैया ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि “मेरी अभी तक राहुल गांधी से कोई मुलाकात नहीं हो पाई है। मैं उनसे मिलने के लिए आया था और अपॉइंटमेंट के लिए गया। लेकिन अब तक उनकी टीम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।” CM Siddaramaiah के इन शब्दों में पीड़ा साफ तौर पर झलकती है। ये कांग्रेस आलाकमान पर कर्नाटक सीएम का इशारों-इशारों में बड़ा हमला है। ये पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी या पार्टी आलाकमान से जुड़े नेताओं पर सीनियर लीडर को दरकिनार करने के आरोप लगे हैं।

इससे पहले गुलाम नबी आजाद, मणिशंकर अय्यर, जीतिन प्रसाद समेत अन्य तमाम नेता आलाकमान की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पार्टी का साथ तक छोड़ चुके हैं। यही वजह है कि CM Siddaramaiah की प्रतिक्रिया को लेकर बीजेपी भी राहुल गांधी पर सवाल उठा रही है। अमित मालवीय ने तो अतीत के पन्ने पलटते हुए पूर्व पीएम राजीव गांधी द्वारा वीरेंद्र पाटिल को बेवजह बर्खास्त करने का जिक्र भी कर दिया है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस और खासकर गांधी परिवार, हमेशा से कन्नड़ लोगों के साथ उपेक्षा का व्यवहार करता रहा है। इस पूरे प्रकरण को लेकर जबरदस्त सुर्खियां बन रही हैं।

जमीनी दावे करने वाली पार्टी की हकीकत हवा-हवाई!

कांग्रेस आलाकमान से संपर्क साधना सबसे कठिन कामों में से एक है। कांग्रेस के भीतर भी कई ऐसे नेता हैं जो अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेताओं की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन्हें कार्यकर्ताओं को तरजीह देने की नसीहत तक दे जाते हैं। आलाकमान से जुड़ीं सोनियां गांधी हो या प्रियंका और राहुल गांधी। इनसे मिलना नेताओं के लिए आसान नहीं होता। इसका ताजा उदाहरण CM Siddaramaiah से जुड़ा प्रकरण है जहां मुख्यमंत्री होने के बावजूद उन्हें आसानी से अपॉइंटमेंट नहीं मिल पाया। ऐसे में कार्यकर्ताओं के अनुकूल होने का जमीनी दावा करने वाली आलाकमान की बातें हकीकत में हवा-हवाई नजर आ रही हैं। यही वजह है कि कांग्रेस के दर्जनों नेता अब तक असंतोष व्यक्त करते हुए पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।

Exit mobile version