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Donald Trump के नई टैरिफ धमकी पर भारत का जोरदार पलटवार; अमेरिका और यूरोप को दिखाया आईना; फटाफट चेक करें डिटेल

Donald Trump लगभग हर दिन भारत को टैरिफ बढ़ाने को लेकर धमकी दे रहे है। हालांकि इस बार भारत ने भी ट्रंप के भाषा में ही जवाब दिया है।

Donald Trump
Donald Trump, PM Modi - फाइल फोटो

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगभग हर दिन भारत पर टैरिफ बढ़ाने को लेकर धमकी दे रहे है। हालांकि इस बार भारत ने भी ट्रंप के भाषा में ही जवाब दिया है, जिससे हो ना हो अमेरिका और यूरोप के देशों की परेशानी बढ़ सकती है। गौरतलब है कि भारत के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका औ यूरोप को इस बार आईना दिखाया है। Donald Trump ने हाल ही में भारत पर जुर्माना के साथ 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाया था। वहीं अब ट्रंप ने एक बार फिर भारत को धमकी दी है कि भारत लगातार रूस से तेल खरीद रहा है, तो उसपर अधिक टैरिफ लगाया जा सकता है। हालांकि इस बार भारत ने भी ट्रंप के ट्वीट का जोरदार पलटवार किया है।

Donald Trump ने ने टैरिफ को लेकर भारत को फिर दी धमकी

आए दिन अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump भारत को धमकी दे रहे है। वहीं एक बार फिर ट्रंप ने भारत को धमकी देते हुए कहा कि “भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए तेल का एक बड़ा हिस्सा खुले बाज़ार में भारी मुनाफ़े पर बेच रहा है।

उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि रूसी युद्ध मशीन द्वारा यूक्रेन में कितने लोग मारे जा रहे हैं। इस वजह से, मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ़ में काफ़ी वृद्धि करूँगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद”!!!

डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर भारत का पलटवार

बीते कुछ दिनों से टैरिफ को लेकर Donald Trump ट्रंप लगातार भारत पर हमलावर है। इसी बीच भारत ने भी ट्रंप को करारा जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया खुलकर दी है। जारी स्टेटमेंट में भारत ने अमेरिका और यूरोप पर जोरदार पलटवार किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि –

  • यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से रूस से तेल आयात करने के लिए भारत को अमेरिका और यूरोपीय संघ ने निशाना बनाया है। लेकिन वास्तव में, भारत ने रूस से आयात इसलिए शुरू किया क्योंकि पारंपरिक आपूर्ति यूरोप की ओर मोड़ दी गई थी। उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका ने वैश्विक ऊर्जा बाजार की स्थिरता को मज़बूत करने के लिए भारत द्वारा ऐसे आयातों को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया था।
  • भारत के आयात का उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अनुमानित और किफायती ऊर्जा लागत सुनिश्चित करना है। वैश्विक बाजार की वास्तविकताओं के कारण ये एक अनिवार्य आवश्यकता हैं। हालाँकि, यह उजागर हो रहा है कि भारत की आलोचना करने वाले वही देश स्वयं रूस के साथ व्यापार में लिप्त हैं। हमारे मामले के विपरीत, ऐसा व्यापार कोई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय बाध्यता भी नहीं है।
  • 2024 में यूरोपीय संघ का रूस के साथ वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 67.5 बिलियन यूरो था। इसके अलावा, 2023 में सेवाओं का व्यापार 17.2 बिलियन यूरो होने का अनुमान है। यह उस वर्ष या उसके बाद रूस के साथ भारत के कुल व्यापार से काफ़ी अधिक है। वास्तव में, 2024 में एलएनजी का यूरोपीय आयात रिकॉर्ड 16.5 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो 2022 के 15.21 मिलियन टन के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर कसा तंज

Donald Trump की धमकी पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी ट्रंप के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि “इस पर चिंता मत कीजिए, real Donald Trump आपके देश ने 1971 में दक्षिण एशिया के राजनीतिक मानचित्र को बदलने से रोकने के लिए बंगाल की खाड़ी में सातवाँ बेड़ा भेजा था। हमने उसका सामना किया।

एक राष्ट्र के रूप में हममें आपके टैरिफ़ के खतरे का सामना करने के लिए पर्याप्त लचीलापन है। इस मामले पर ध्यान देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद महोदय”। यह पहली बार है जब भारत ने टैरिफ मामले में ट्रंप को खुलकर जवाब दिया है।

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