Navratri 2025: एक नई सियासी जंग चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के पहले ही छिड़ गई है। दरअसल, बीजेपी और शिवसेना (शिंद गुट) के कुछ ऐसे नेता हैं जिन्होंने नवरात्रि 2025 के दिनों में नॉनवेज व मीट की बिक्री पर रोक लगाने की बात कही है। ऐसी मांग यूपी से लेकर मुंबई और दिल्ली तक उठ रही है। यूपी के वाराणसी में तो नगर निगम ने नगर की सीमा में मीट, मछली और मुर्गे की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं मुंबई में शिवसेना नेता संजय निरुपम सड़ पर नॉनवेज की बिक्री बैन करने की मांग पर अड़े हैं। दिल्ली में भी त्रिलोकपुरी से BJP विधायक रविकांत उज्जैनवाल की मांग है कि Navratri 2025 के दिनों में नॉनवेज की बिक्री पर बैन लगे। नेता अपने-अपने हिस्से की मांग रखते हुए अपने-अपने तर्क भी पेश कर रहे हैं।
मुंबई में Navratri 2025 से पहले नॉनवेज बेचने वालों की दुकान बंद कराने की मांग!
शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम का कहना है कि “कल से नवरात्रि 2025 का पावन पर्व शुरू हो रहा है। बड़ी संख्या में हिंदू भक्त व्रत रखेंगे और देवी की पूजा करेंगे। ऐसे में मुंबई में सड़कों पर शवर्मा के स्टॉल खुले हैं और वहां नॉनवेज बेचा जा रहा है। इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं। अंधेरी ईस्ट में 250 से अधिक ऐसे शवर्मा स्टॉल हैं। आज हम इसके खिलाफ MIDC पुलिस स्टेशन जा रहे हैं और पुलिस से अनुरोध कर रहे हैं कि कम से कम Navratri 2025के दिनों में सड़कों पर नॉनवेज बेचने वाली दुकानों को बंद कराया जाए। कोई बंद रेस्टोरेंट में नॉनवेज बेचे, वो ऐसा कर सकता है, लेकिन नवरात्रि के दिनों में सड़कों पर नॉनवेज बेचना निश्चित रूप से हिंदुओं की भावनाओं को आहत करता है।”
यूपी और दिल्ली में भी नवरात्रि के दिनों में ‘नॉनवेज बिक्री’ पर आपत्ति!
दिल्ली की बात करें तो बीजेपी विधायक रविकांत उज्जैनवाल ने इस संबंध में डीसीपी और जिलाधिकारी को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी का प्रमुख अंश है कि “संपूर्ण सनातन समाज मां दुर्गा का बहुत बड़ा उपासक है। नवरात्रि सनातनियों का सबसे पवित्र दिन होता है। ऐसे में इन दिनों में मीट की दुकानें न खुलें।” BJP विधायक का कहना है कि Navratri 2025 में जीव हत्या न हो और इसकी पवित्रता बरकरार रखी जाए। वहीं यूपी के वाराणसी में तो नगर निगम ने नगर की सीमा में नॉनवेज की दुकानों को बंद रखने के निर्देश जारी ही कर दिए हैं। VHP भी बढ़-चढ़कर इस मांग को समर्थन दे रही है और सीएम योगी से मीट की दुकानें बंद कराने की मांग पर अड़ी है। ऐसे में 30 मार्च को शुरू होने वाले चैत्र नवरात्रि से पहले एक नई चर्चा छिड़ गई है और इसको लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है।