Parliament Monsoon Session: कल यानि 21 जुलाई 2025 से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, और इस बार संसद में जबरदस्त हंगामे की उम्मीद है, क्योंकि बीते कुछ महीने में कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए है, जहां विपक्ष लगतार सरकार से सवाल पूछ रही है, और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही थी, विशेष सत्र तो नहीं शुरू हुआ, लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि इंडिया गठबंधन कई मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है, जिसमे पहलगाम अटैक, बिहार वोटर लिस्ट संशोधन, डोनाल्ड ट्रंप के दावे समेत कई अन्य चीज शामिल है। यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि Parliament Monsoon Session के दौरान संसद में जबरदस्त हंगामा की उम्मीद है।
Parliament Monsoon Session के दौरान संसद में जबरदस्त हंगामे की उम्मीद
गौरतलब है कि कल से Parliament Monsoon Session की शुरूआत होने जा रहा है, जिसके लेकर विपक्ष और केंद्र सरकार पूरी तरह से तैयार है, आपको बता दें कि विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने के लिए तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग की तरफ से बिहार वोटर लिस्ट संशोधन किया जा रहा है, जिसके लेकर आरजेडी समेत सभी विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही है। मालूम हो कि इस साल के अंत में बिहार चुनाव होने है, जिस वजह है विपक्ष इस कार्रवाई पर सवाल उठा रही है, और इंडिया गठबंध यह मुद्दा मजबूती से संसद में सरकार के सामने रख सकती है।
इसके अलावा पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भी कांग्रेस समेत कई पार्टियां लगातार सरकार से सवाल पूछ रही है। इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर खुद राहुल गांधी फाइटर जेट गिरने का मुद्दा उठा सकते है, जिसे हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत-पाक युद्ध के दौरा 4 से 5 फाइटर जेट गिरे थे। इसके अलावा भी कई मुद्दे है, जिसे विपक्ष संसद में मजबूती से रख सकता है, और इस दौरान जबरदस्त हंगामे की उम्मीद है।
संसद में मानसून सत्र को लेकर क्या है बीजेपी की तैयारी
Parliament Monsoon Session को लेकर सरकार ने हाल ही में रक्षा मंत्री राजस्थान सिंह के आवास पर बैठक की थी, जिसमे जिसमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, पीयूष गोयल, किरेन रिजिजू, मनोहर लाल, जेपी नड्डा, एल. मुरुगन, अर्जुन राम मेघवाल और सीआर पाटिल समेत कई नेता शामिल हुए। गौरतलब है कि यह बैठक संसद के मानसून सत्र शुरू होने से पहले गई थी, ताकि ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम अटैक, बिहार वोटर लिस्ट संशोधन जैसे कई मुद्दों पर विपक्ष को जवाब दिया जा सकता है। गौरतलब है कि कांग्रेस, एसपी, टीएमसी कई पार्टियां सरकार को इन मुद्दों पर पूरी तरह से घेरने के लिए तैयार है। वहीं अब देखना दिलचस्प होगा कि संसद के मानसून सत्र के दौरान सरकार किस तरह से विपक्ष का जवाब देती है।