0Prashant Kishor: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को बिहार विधानसभा चुनाव करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने 243 में से एक शून्य सीट मिली है, जो प्रशांत किशोर के लिए किसी धक्का से कम नहीं है। नतीजों के बाद प्रशांत किशोर पूरी तरह से गायब हो गए है। वहीं अब खबर सामने आ रही है। जन सुराज की पार्टी ने बीजेपी और जेडीयू पर गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल जन सुराज के अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि “एनडीए को प्रचंड बहुमत के लिए बधाई। लेकिन यह ख़रीदा हुआ जनादेश है।” वहीं अब इसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।
जनसुराज ने बीजेपी, जेडीयू पर लगाया गंभीर आरोप
जन सुराज के अध्यक्ष उदय सिंह ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि “एनडीए को प्रचंड बहुमत के लिए बधाई। लेकिन यह ख़रीदा हुआ जनादेश है। 21 जून के बाद, सरकार ने इस जनादेश को पाने के लिए सरकारी खजाने से 40,000 करोड़ रुपये खर्च किए। इसका असर बिहार की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। आने वाले समय में, लोग देखेंगे कि उनके पास शिक्षा, स्वास्थ्य या बुनियादी ढाँचे के लिए पैसे नहीं होंगे। उन्होंने विश्व बैंक से लिए गए ऋण में से 14,000 करोड़ रुपये भी बाँट दिए हैं। यही कारण है कि उन्हें प्रचंड बहुमत मिला।
जहाँ तक जन सुराज की बात है, जन सुराज के मतदाता अंत में डर गए। मुझे लगता है कि राजद के सत्ता में लौटने के डर से, उन्होंने पिछले कुछ दिनों में यह तय किया कि उनके लिए एनडीए को वोट देना ज़्यादा सुरक्षित होगा। हमसे जो गलती हुई, वह यह है कि हम लोगों में यह विश्वास जगाने में नाकाम रहे कि भले ही मुसलमान खुलकर हमारे साथ न दिख रहे हों, लेकिन बिहार में एक वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है। हम इस गलती को ध्यान में रखेंगे और आने वाले समय में इस पर काम करेंगे”।
अचानक कहां गायब हुए Prashant Kishor?
जन सुराज के संस्थापक प्रशात किशोर बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद प्रशांत किशोर अचानक गायब हो गए। जिसके बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। बता दे कि चुनावी जनसभा के दौरान पीके उर्फ प्रशांत किशोर ने कहा था कि अगर नीतीश की पार्टी जेडीयू की सीट 25 से भी अधिक आ जाती है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। इसके अलावा भी कई तरह के सवाल उठ रहे है कि क्या इस हार के बाद प्रशांत किशोर की पारी समाप्त होने जा रही है या फिर वह एक नई शुरूआत करने जा रहे है।
