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Mary Kom को आदर्श मानने से लेकर सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी बनने तक जानें कैसा रहा Nikhat Zareen का सफर

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Mary Kom: भारतीय महिला बॉक्सर निकहत जरीन एक बार फिर से वुमेन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का टाइटल जीत चुकी है। 50kg भारवर्ग में उन्होंने यह खिताब जीता। निकहत ने दूसरी बार यह कारनामा दोहराया। आपको बता दे कि निकहत के लिए बॉक्सिंग का सफर आसान बिल्कुल भी नहीं रहा है। इस मुकाम तक पहुँचने के लिए उन्हें अपने आदर्श मैरीकॉम से भी टक्कर लेनी पड़ी है।

पिता की वजह से लगा मुक्केबाजी का चस्का

निखत जरीन तेलंगाना राज्य के निजामाबाद में रहती है। अभी फिल्हाल उनकी आयु 26 वर्ष है। निखत को बहुत छोटी उम्र में ही बॉक्सिंग का चस्का लग गया था। उन्हें उनके पिता मोहम्मद जमील के कारण बॉक्सिंग की आदत लगी। उनके पिता भी अपने दौर में एक मुक्केबाज़ थे। वे शुरू से ही निकहत को बॉक्सिंग अकेडमी ले जाया करते थे। वहां के कोच भी निखत की लगन और प्रतिभा से काफी ज़्यादा प्रभावित थे। 14 वर्ष की आयु में ही निकहत को बॉक्सिंग में अच्छी कामयाबी मिलने लगी थी। जूनियर बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन का टाइटल भी निखत ने छोटी उम्र में जीता था।

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2022 रहा निखत के लिए बहुत यादगार साल

साल 2022 में निखत का बॉक्सिंग की दुनिया में काफी बड़ा नाम हो चुका था। इसी साल उन्हें अपने कैरियर का सबसे बड़ा मौका और टूर्नामेंट मिला। पिछले साल निखत ने वुमेन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के ट्रायल में भाग लिया और कामयाब भी हो गई। इस टूर्नामेंट में दुनिया के बड़े मुक्केबाज़ों के साथ निखत का सामना होना था। यहाँ पर भी उन्होंने सभी को चौंकाया और गोल्ड मेडल हासिल कर लिया। इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली वह केवल पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर बन गई। इसी के कुछ समय बाद निखत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अब हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद से निखत एक नए मुकाम पर पहुंच चुकी है। निखत का अगला बड़ा लक्ष्य पेरिस में होने वाले 2024 ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम करना है।

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