Harmanpreet Kaur: पंजाब के मोगा की रहने वाली भारतीय स्टार महिला क्रिकेटर और कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) को कौन नहीं जानता, अपनी आक्रामक बैटिंग से मशहूर हरमन ने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है। कप्तान हरमनप्रीत कौर अपनी ताबड़तोड़ पावर हीटिंग के चलते पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी थी जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के घरेलू लीग बिग बैश में भाग लिया था। वहीं वह टी-20 इंटरनेशनल में शतक लगाने वाली भी एकमात्र भारतीय महिला क्रिकेटर हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं जब 19-वर्षीय हरमन को वर्ष 2009 में अपने पहले विश्व कप में एक करिश्माई लम्बा छक्का लगाने पर डोप टेस्ट का सामना करना पड़ा था। जी हां, बताया जाता है हरमन का वो छक्का इतना लम्बा था की उसने डोपिंग टीम को भी आश्चर्यचकित कर दिया था और जिसके बाद उनका डोप टेस्ट किया गया और तो और उनके बैट की भी जांच हुई।
जब 19-वर्षीय हरमन ने जड़ा लम्बा छक्का
बात वर्ष 2009 की है भारतीय टीम की युवा सेंसेशन हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) अपना पहला विश्वकप खेल रही थी। भारत का मुकाबला मजबूत ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ था। तभी भारत के डेथ ओवर में बैटिंग करते हुए युवा हरमनप्रीत कौर ने मैच में एक गगनचुम्बी छक्का लगाया। वीरेंद्र सहवाग के दौर में भारतीय फैंस और क्रिकेट प्रेमी इतने लम्बे छक्के को देख सन्न रह गए। बताया जाता है ये उस समय में महिला क्रिकेटर द्वारा सबसे लम्बा छक्का था। इस छक्के की लम्बाई करीब 110 मीटर थी। उन्होंने अपनी इस पारी में 8 गेंदों में 19 रन ठोके थे, वहीं उनकी इस पारी की मदद से भारतीय टीम ने 234 रन का स्कोर खड़ा किया। पतली-दुबली 19-वर्षीय हरमन के इस छक्के ने जांच एजेंसियों को भी सोच में डाल दिया जिसके कारण उन्हें मैच के बाद डोपिंग टेस्ट टीम द्वारा जांच के लिए बुलाया गया। उनके छक्के ने डोपिंग टीम को इतना आश्चर्यचकित कर दिया की मैच के बाद उनके बल्ले की भी जांच हुई।
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हरमन ने किया डोप टेस्ट को पास
किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि एक 19-वर्षीय महिला ऐसा कारनामा कैसे कर सकती है। जांच एजेंसियों को हरमन पर इस कदर आश्चर्य हुआ कि उन पर प्रदर्शन-बढ़ाने वाली दवाओं का उपयोग करने के दावे किए गए। जिसके बाद अतिरिक्त निरीक्षण के लिए क्रिकेटर के बल्ले को भी प्रयोगशाला में भेजने के लिए कहा गया था। हालाँकि पूरी जांच के बाद ये निष्कर्ष निकला कि जांच एजेंसिओं का शक गलत था। जिसके बाद भारतीय कप्तान ने इस टेस्ट को आसानी से पास कर लिया।
इस घटना के बाद स्टार क्रिकेटर ने समय-समय पर अपनी आक्रामक बैटिंग से लोगों को बताया कि वह एक नेचुरल पावर हीटर हैं। वहीं सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर लगाए अपने अद्भुत छक्के पर बोलते हुए स्टार क्रिकेटर ने कहा, “वह छक्का टर्निंग पॉइंट था। किसी को विश्वास नहीं था कि कोई लड़की गेंद को इतनी ऊंची और दूर तक मार सकती है। ऐसी आशंकाएं थीं कि मैंने ऊर्जा बढ़ाने वाली दवाएं ली थीं। मैंने डोप टेस्ट कराया और उसे पास भी किया।’
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