China-Taiwan Crisis: चीन और ताइवान के बीच तनाव की खबर आने लगी है। इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्ट्स के लिए यह दोनों ही देश महत्वपूर्ण है जो हैंडसेट, टैब के साथ-साथ कई महंगे प्रोडक्ट का निर्माण करते है। कुछ दिन पहले ही अमेरिकी स्पीकर ‘नैंसी पेलोसी’ ने ताइवान दौरे पर थी जिसके कारण चीन भड़क उठा है। खबर है कि चीन ने ताइवान की घेराबंदी की है और ताइवान पर फायर ड्रिल कर रहा है। यहीं वजह है कि कंपनियों को व्यापार से संबंधित कई परेशानी हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐपल कंपनी ने अपने सप्लायर्स से चीनी नियमों का पालन करने को कहा है। 5 सितम्बर को ऐपल कंपनी ने अपने सप्लायर से कहा है कि चीन के ताइवान में बने पार्ट्स पर कड़ाई से नियम का पालन किया जाए ।
चीन के नियम
जानकारी के अनुसार, अमेरिकी कंपनी ऐपल ने सप्लायर्स को सावधान होने की बात कही है। कंपनी ने आगे कहा है कि ताइवान से चीन जा रहे कंपोनेंट्स पर ‘ताइवान, चीन’ या ‘चीनी ताइपे’ लेबल लगा होना चाहिए।
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iphone 14 सीरीज
यह समय ऐपल के लिए काफी सेंसिटिव है। दरअसल, एप्पल के Iphone 14 सीरीज की रिलीज डेट अगले महीने है। ऐसे में किसी प्रकार की समस्या का सीधा असर आईफोन 14 पर पड़ सकता है जिससे कंपनी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। खबरों के अनुसार डिक्लेरेशन फॉर्म, डॉक्यूमेंट या कार्टून पर अगर ‘Made In Taiwan’ लिखा हो तो शिपमेंट को चीनी कस्टम के द्वारा जांच करना होगा। अगर नियम का उल्लंघन हुआ तो लगभग 47 हजार रुपये (4000 युआन) का दण्ड देना पड़ सकता है इसके साथ ही शिपमेंट को रिजेक्ट भी किया जा सकता है।
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